एनआईए की बड़ी कार्रवाई: पांच राज्यों और जम्मू-कश्मीर में 22 ठिकानों पर छापेमारी, आतंकी साजिश मामले में जांच तेज

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को आतंकी साजिश से जुड़े एक मामले में देश के पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (J&K) में 22 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ चल रही एक बड़ी जांच का हिस्सा है।
अधिकारियों के मुताबिक, बिहार में 8, कर्नाटक में 1, महाराष्ट्र में 1, तमिलनाडु में 1, उत्तर प्रदेश में 2 और जम्मू-कश्मीर में 9 स्थानों पर छापेमारी की गई। जम्मू-कश्मीर में बडगाम, कुलगाम, पटन, पुलवामा और कंगन क्षेत्रों में यह कार्रवाई हुई।
एनआईए इस समय कई हाई-प्रोफाइल आतंकी मामलों की जांच कर रही है, जिनमें आतंकी फंडिंग और नागरिकों की हत्याओं से जुड़े मामले भी शामिल हैं।
जांच के प्रमुख मामलों में 9 जून 2024 को जम्मू डिवीजन के रियासी जिले में हुई आतंकी हमले की घटना शामिल है, जिसमें 9 तीर्थयात्रियों की हत्या कर दी गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई थी, क्योंकि कुछ स्थानीय लोगों पर आतंकियों को शरण देने का आरोप है।
इसके अलावा 22 अप्रैल 2024 को पहलगाम के बैसरण मैदान में हुए आतंकवादी हमले की जांच भी एनआईए को सौंपी गई है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
इस बीच, 28 जुलाई 2025 को ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत तीन पाकिस्तानी आतंकियों, सुलेमान, जिब्रान और हमजा अफगानी, को श्रीनगर जिले के हरवन क्षेत्र में दाचिगाम नेशनल पार्क की ऊँचाई वाली पहाड़ियों में मुठभेड़ में मार गिराया गया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि इन आतंकियों की पहचान 2024 में दक्षिण कश्मीर में हुई एक मुठभेड़ के बाद जब्त मोबाइल फोन से प्राप्त तस्वीरों के जरिए हुई।
एनआईए की यह ताजा कार्रवाई 5 जून 2025 को हुई बड़ी रेड के बाद की गई है, जब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, बारामुला और कुपवाड़ा जिलों में 32 स्थानों पर छापेमारी की गई थी। उस समय विभिन्न आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) को निशाना बनाया गया था, और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि इन छापेमारियों का मकसद आतंकियों के नेटवर्क और ढांचे को जड़ से खत्म करना है। एनआईए लगातार आतंकियों के सहयोगियों की पहचान कर रही है, फंडिंग के स्रोतों को ट्रेस कर रही है और सबूत जब्त कर रही है।