एस. जयशंकर और इज़राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार के बीच बैठक: रणनीतिक साझेदारी, आतंकवाद पर हुई चर्चा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और इज़राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार के बीच मंगलवार को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करने, आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई, और गाजा शांति योजना (Gaza Peace Plan) सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।
जयशंकर ने बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “आज नई दिल्ली में इज़राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार के साथ उत्कृष्ट बैठक हुई। विभिन्न क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सार्थक चर्चा हुई। आतंकवाद के सभी रूपों और स्वरूपों के प्रति शून्य सहिष्णुता (Zero Tolerance) की हमारी प्रतिबद्धता दोहराई। गाजा शांति योजना और क्षेत्रीय घटनाक्रम पर इज़राइली दृष्टिकोण साझा करने के लिए गिदोन सार का धन्यवाद। साथ ही, सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस और इज़राइल के विदेश मंत्रालय के बीच प्रशिक्षण संबंधी समझौता (MoU) के आदान-प्रदान को भी देखा।”
आतंकवाद पर साझा रुख
बैठक के दौरान डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत और इज़राइल दोनों देशों के सामने आतंकवाद की समान चुनौती है और विश्व स्तर पर इसके खिलाफ एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, “भारत और इज़राइल के बीच वास्तविक अर्थों में एक रणनीतिक साझेदारी है। हमने कठिन समय में एक-दूसरे का साथ दिया है और भरोसे व विश्वसनीयता पर आधारित संबंध बनाए हैं। हमारे लिए यह जरूरी है कि दुनिया आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाए।”
गिदोन सार ने भारत-इज़राइल संबंधों को बताया ‘दीर्घकालिक साझेदारी का लक्ष्य’
इज़राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने अपने उद्घाटन वक्तव्य में कहा कि भारत और इज़राइल के बीच “गर्मजोशी भरी मित्रता” है और दोनों देश मिलकर दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन की सराहना करते हुए कहा, “हम प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत एकजुटता भाव की सराहना करते हैं। हमें याद है कि 7 अक्टूबर के हमास हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी पहले विश्व नेता थे जिन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन किया था। हम इसे नहीं भूलेंगे।”
सार ने भारत को “भविष्य की ताकत” बताते हुए कहा, “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। भारत एक वैश्विक महाशक्ति है, जबकि इज़राइल क्षेत्रीय ताकत है। हमारा लक्ष्य है कि दोनों देश मिलकर एक दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी बनाएं।”
जम्मू-कश्मीर हमले की निंदा
गिदोन सार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि चरमपंथी आतंकवाद भारत और इज़राइल दोनों के लिए साझा खतरा है।
उन्होंने कहा, “हम पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। मध्य पूर्व में इज़राइल तथाकथित आतंकी राज्यों का सामना कर रहा है — गाजा में हमास, लेबनान में हिज़्बुल्लाह और यमन में हूती। क्षेत्र की स्थिरता के लिए इनका उन्मूलन आवश्यक है। राष्ट्रपति ट्रम्प की योजना के केंद्र में हमास के आतंकी राज्य का खात्मा है। हमास को निशस्त्र किया जाना चाहिए और गाजा का सैन्यीकरण समाप्त होना चाहिए, इस पर कोई समझौता नहीं होगा।”
बैठक के अंत में दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग, आतंकवाद विरोधी प्रयासों, क्षेत्रीय शांति और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने की दिशा में प्रतिबद्धता जताई।
