बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पोलस्ट्रैट सर्वे में एनडीए को स्पष्ट बहुमत, महागठबंधन पीछे
चिरौरी न्यूज
पटना: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जारी ताज़ा पोलस्ट्रैट ओपिनियन पोल में भाजपा नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है। सर्वे के अनुसार, एनडीए राज्य में एक बार फिर सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है, जबकि महागठबंधन (राजद-कांग्रेस-वामदल) पिछड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
पोलस्ट्रैट द्वारा मंगलवार को जारी इस सर्वे में 8.42 लाख से अधिक मतदाताओं की राय ली गई। सर्वे के नतीजों के मुताबिक, एनडीए को 44.80 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 38.60 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की संभावना जताई गई है।
सीटों के लिहाज से देखा जाए तो एनडीए को 133 से 142 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 80 से 88 सीटों पर सिमटने की भविष्यवाणी की गई है।
दलवार संभावित प्रदर्शन:
भाजपा (BJP) – 70 से 72 सीटें
जदयू (JD-U) – 53 से 56 सीटें
लोजपा (LJP) – 10 से 12 सीटें
हम (HAM) – 0 से 2 सीटें
वहीं, महागठबंधन में राजद एक बार फिर मजबूत स्थिति में दिख रही है।
राजद (RJD) – 69 से 72 सीटें
कांग्रेस (INC) – 10 से 13 सीटें
युवा मतदाताओं में जन सुराज का असर
सर्वे का एक दिलचस्प पहलू प्रशांत किशोर की नई पार्टी जन सुराज का उभार है, जिसे विशेष रूप से 18-25 वर्ष के युवा मतदाताओं से समर्थन मिल रहा है। इस आयु वर्ग में 12 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर जन सुराज को मिलने का अनुमान है।
उम्रवार वोटिंग पैटर्न में भी रोचक रुझान सामने आए हैं —
18-25 वर्ष: महागठबंधन को 40.73%, एनडीए को थोड़ा कम समर्थन।
26-40 वर्ष: एनडीए को बढ़त (43.18%)।
41-59 वर्ष एवं वरिष्ठ नागरिक वर्ग: 47% से अधिक मतदाता एनडीए के पक्ष में।
चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ का भी समान पूर्वानुमान
एक अन्य एजेंसी चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ के सर्वे में भी एनडीए को बढ़त दिखाई गई है। उनके अनुसार, एनडीए 128-134 सीटें जीत सकता है, जबकि महागठबंधन को 102-108 सीटें मिलने की संभावना है।
अन्य दलों — जैसे एआईएमआईएम (AIMIM), आरएलजेपी (RLJP) और एएसपी (ASP) — को कुल मिलाकर 0 से 3 सीटों तक सीमित रहने का अनुमान है।
इन सर्वे नतीजों से स्पष्ट है कि बिहार की सियासत में मुकाबला भले ही कांटे का बताया जा रहा हो, लेकिन पोलस्ट्रैट और चाणक्य जैसे प्रमुख सर्वेक्षण संस्थानों के अनुसार, एनडीए फिलहाल मजबूत स्थिति में है और सत्ता में वापसी की राह पर अग्रसर दिख रही है।
