“एमआईसीई रोड शो- मीट इन इण्डिया” और छत्रसाल सम्मेलन केंद्र का खजुराहो में कल होगा लोकार्पण

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पहलाद सिंह पटेल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कल खजुराहो में पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत तैयार छत्रसाल सम्मेलन केंद्र का उद्घाटन करेंगे।  इसके साथ ही वे मध्य प्रदेश के खजुराहो में एमआईसीई गंतव्य के रूप में भारत ब्रांड के लिए बैठक, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां -एमआईसीई रोड शो – ‘मीट इन इण्डिया’ की शुरुआत भी करेंगे।  इस दौरान मध्य प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्रीमती उषा ठाकुर और मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस समारोह में उपस्थित रहेंगे ।  इस समारोह में उत्तरदायी पर्यटन, प्रमुख गन्तव्य, एमआईसीई गंतव्य के रूप में भारत विषयों पर मध्य प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों द्वारा प्रमुख सत्रों और समिति बैठकों का आयोजन किया जाएगा ।

भारत को बैठक, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां – एमआईसीई गंतव्य के रूप में भारत को आगे लाने के लिए भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय मध्य प्रदेश सरकार और भारत सम्मेलन संवर्धन ब्यूरो के साथ संयुक्त रूप से अतुल्य भारत के केंद्र छत्रसाल सम्मेलन केंद्र में 25 से 27 मार्च की अवधि में एमआईसीई रोड शो – ‘मीट इन इण्डिया’ का आयोजन कर रहे हैं ।  यह आयोजन भारत की एमआईसीई सम्भावनाओं को आत्म निर्भर भारत के अंतर्गत साकार करने का एक प्रयास है ।  यह रोडशो विकासोन्मुख भारत में आवश्यक आधारभूत अवसंरचनाओं के साथ अखिल भारतीय स्तर पर अनुकूल परिवेश की उपलब्धता के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को उजागर करने का एक ऐसा अवसर है जिससे वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के बीच भारत की स्थिति और बेहतर हो जाएगी।

पर्यटन मंत्रालय ने अपने ‘मीट इन इण्डिया’ अभियान को इस अवसर पर खजुराहो से शुरू करने की योजना बनाई है जो अपने आप में ही भारत का एक चिरपरिचित प्रमुख पर्यटन केंद्र है।  एमआईसीई गंतव्य के रूप में भारत की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए उसे अतुल्य भारत के अंतर्गत एक ब्रांड के रूप में आगे बढाने के लिए ‘मीट इन इण्डिया’ की भी विशिष्ट भूमिका होगी।

इस आयोजन के दौरान खजुराहो को एक विशिष्ट पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन मंत्रालय द्वारा बनाए गए  मसौदा मास्टर प्लान पर भी विचार विमर्श होगा।  इसके लिए कई प्रस्ताव बनाए गए हैं।  इस आयोजन से खजुराहो को एक विशिष्ट एमआईसीई गंतव्य के रूप में आगे बढाने में बहुत सहायता मिलेगी और अन्य पर्यटन स्थलों के विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा।  एक समग्र विचार के रूप में पर्यटन मंत्रालय ने देश के 19 चिन्हित विशिष्ट पर्यटन केन्द्रों के विकास हेतु  केंद्रीय क्षेत्र की एक योजना ‘विशिष्ट पर्यटन गंतव्य विकास योजना‘ योजना बनाई है ।  इस योजना के अंतर्गत ताज महल और फतेहपुर सीकरी (उत्तर  प्रदेश), अजन्ता और एलोरा गुफाएं (महाराष्ट्र), हुमायूं का मकबरा, लाल किला और क़ुतुब मीनार (दिल्ली), कोल्वा बीच (गोवा), आमेर किला (राजस्थान ), सोमनाथ, धौलावीरा और स्टेच्यु ऑफ़ यूनिटी(गुजरात), खजुराहो (मध्य प्रदेश), हम्पी (कर्नाटक), महाबलीपुरम(तमिलनाडु), काजीरंगा(असम), कुमाराकोम (केरल), कोणार्क (ओडिशा ) और महाबोधि मन्दिर (बिहार) शामिल हैं ।

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