साइबर डोमेन से उत्पन्न होने वाले खतरों से सावधान रहने की जरूरत: एस जयशंकर
![Need to be cautious of threats arising from cyber domain: S Jaishankar](http://www.chirauri.com/wp-content/uploads/2023/05/eam-S-J.jpg)
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को साइबर डोमेन से उत्पन्न होने वाले खतरों से सावधान रहने की जरूरत पर जोरदिया। उन्होंने नई तकनीक के आने से विभिन्न तरह की परेशानियों जैसे आर्टफिशल इंटेलिजेंस और डीपफेक जैसी साइबर खतरों के प्रति आगाह करते हुए कहा कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है।
उन्होंने कहा कि साइबर डोमेन के माध्यम से विदेशी हस्तक्षेप के प्रयास बढ़ रहे हैं। एक थिंक-टैंक अनंत एस्पेन सेंटर में इंटरैक्टिव सत्र में, जयशंकर ने कहा कि साइबर डोमेन से उत्पन्न होने वाले खतरों से सावधान रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “जब हम सुरक्षा के बारे में सोचते हैं, तो यह सिर्फ सीमाओं की रक्षा नहीं है, यह अकेले आतंकवाद का मुकाबला नहीं है… बल्कि दैनिक दिनचर्या है जो आज हेरफेर के प्रति इतनी संवेदनशील है और यह बढ़ रही है।”
जयशंकर ने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से कहूंगा, कई मायनों में, आज इस देश में विदेशी हस्तक्षेप बढ़ रहा है। औसत व्यक्ति के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि दुनिया कैसे बदल रही है क्योंकि यह एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और डीपफेक का युग है।”
उन्होंने कहा, “वे हवा से बाहर नहीं आएंगे। वे आज एक निश्चित स्तर पर हैं। एक पूरी संस्कृति और एक प्रक्रिया थी जिसने इसे होने दिया।”