पीएम मोदी की कनाडा यात्रा के बाद दोनों देशों के संबंधों में नई शुरुआत, राजदूतों की बहाली पर बनी सहमति
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा और G7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से हुई मुलाकात के बाद भारत और कनाडा ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। दोनों देशों ने एक-दूसरे की राजधानियों में राजदूतों (हाई कमिश्नरों) की बहाली पर सहमति जताई है।
यह फैसला उस कूटनीतिक गतिरोध को खत्म करने की दिशा में लिया गया है जो पिछले साल सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर लगाए गए आरोपों के बाद उत्पन्न हुआ था। पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों को नई दिल्ली ने सिरे से खारिज कर दिया था और उसके बाद दोनों देशों ने अपने राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था।
मार्च में कनाडा के प्रधानमंत्री बने मार्क कार्नी ने प्रधानमंत्री मोदी को G7 शिखर सम्मेलन में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। कनाडा के रॉकी पर्वत श्रृंखला में स्थित कनानास्किस में हुए इस सम्मेलन में दोनों नेताओं की द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसमें आपसी मतभेदों को दूर करने और सहयोग को पुनर्स्थापित करने पर जोर दिया गया।
कनाडा के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि, “दोनों देशों के नागरिकों और व्यवसायों को नियमित सेवाएं बहाल करने के उद्देश्य से भारत और कनाडा ने एक-दूसरे की राजधानियों में नए उच्चायुक्त नियुक्त करने का निर्णय लिया है।”
कार्नी ने प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी को “गौरव की बात” बताया और कहा कि वे भारत के साथ मिलकर ऊर्जा सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर काम करने को तत्पर हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी भरोसा जताया कि भारत और कनाडा लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे और दोनों देशों के बीच रिश्ते अनेक क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते खोलेंगे।
भारत-कनाडा व्यापार और प्रवासी संबंध
दोनों देशों के बीच 2023 में करीब 9 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं, जिसमें सिख समुदाय की भागीदारी उल्लेखनीय है। कनाडा में दुनिया की सबसे बड़ी सिख आबादी भारत के बाहर निवास करती है।
हरदीप सिंह निज्जर, जो खालिस्तान समर्थक और कनाडाई नागरिक थे, की जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के एक सिख मंदिर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कनाडा ने भारत पर हत्या में शामिल होने का सीधा आरोप लगाया था, जिसे भारत ने सिरे से खारिज करते हुए कनाडा से खालिस्तानी आतंक समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
अब, दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच हुए संवाद ने संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में एक नई उम्मीद जगा दी है, जिससे ना सिर्फ कूटनीतिक संबंधों में सुधार आएगा, बल्कि व्यापार, शिक्षा, और प्रवासी भारतीयों के हितों को भी बल मिलेगा।