एनआईए ने चार आतंकियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके सहयोगी द रेजिस्टेंस फ्रंट द्वारा फरवरी में कश्मीर में दो लोगों की हत्या के मामले में चार आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें एक पाकिस्तानी आतंकवादी भी शामिल है।
आरोपियों की पहचान आदिल मंजूर लंगू, अहरान रसूल डार उर्फ तोता, दाऊद और उनके पाकिस्तान स्थित हैंडलर जहांगीर उर्फ पीर साहब के रूप में हुई है, जिन पर आईपीसी और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत ने फरार आरोपी जहांगीर के खिलाफ पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है।
चारों आरोपी 7 फरवरी की शाम को श्रीनगर के शाला कदल के करफली मोहल्ले में दो नागरिकों की हत्या में शामिल थे। एनआईए ने जून में मामले को अपने हाथ में लिया और शुरुआती जांच में पता चला कि 2023 में लश्कर में शामिल होने वाले आदिल मंजूर लंगू को उसके पाकिस्तानी हैंडलरों ने श्रीनगर में संगठन की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया था। वह घाटी में पहले भी हुए हमलों में शामिल था।
एजेंसी ने बयान में कहा, “एनआईए कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों पर नकेल कस रही है। क्षेत्र का सबसे बड़ा आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद अपने अभियानों को अंजाम देने के लिए विभिन्न शाखाओं के माध्यम से काम कर रहा है।”
जांच एजेंसी ने कहा, “लश्कर-ए-तैयबा/टीआरएफ अपने खतरनाक एजेंडे को प्रचारित करने और अपनी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करके बेरोजगार युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल कर रहा है।”