लेना हो ओला, तो जान लें ये 10 बातें
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा देश के चयनित क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील दिये जाने के साथ, भारत के अग्रणी मोबिलिटी प्लेटफॉर्म और विश्व की सबसे बड़ी राइड-हेलिंग कंपनियों में से एक, ओला ने आज नई सुरक्षा पहल ‘10 स्टेप्स टू अ सेफर राइड’ लॉन्च की है। इस पहल को ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले करीब 100 शहरों में परिचालन दोबारा शुरू होने के बाद लाया गया है। ओला के लिए सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, जिसके अनुसार यह पहल कोविड-19 के युग में स्वास्थ्य और कल्याण की साझा जिम्मेदारी के महत्व को दोहराते हुए ड्राइवर-पार्टनर्स और ग्राहकों के लिये राइडिंग का एक सुरक्षित अनुभव देने की कंपनी की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
ओला की ‘10 स्टेप्स टू अ सेफर राइड’ पहल सभी राइड्स में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये ग्राहकों और ड्राइवर पार्टनर्स के बराबर योगदान के महत्व पर जोर देती है। प्रोटोकॉल के अनुसार सभी राइड्स केवल चिन्हित सुरक्षा क्षेत्रों में होंगी और प्रत्येक ड्राइवर-पार्टनर द्वारा सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिये हर राइड से पहले और बाद में एक अनिवार्य सेल्फी प्रमाणन प्रणाली रखी गई है। इसके अलावा, प्रत्येक राइड के बाद सभी कारों को साफ और सैनिटाइज किया जाएगा और एक फ्लेक्सिबल कैंसेलेशन स्कीम भी रखी गई है, जिसके अंतर्गत ग्राहक और ड्राइवर पार्टनर किसी राइड को कैंसेल सकते हैं, यदि उन्हें लगे कि दूसरा पक्ष नियमों का पालन नहीं कर रहा है या मास्क नहीं पहन रहा है।
कंपनी ने ड्राइवर-पार्टनर्स और ग्राहकों के लिये 5-5 सावधानी के उपाय निर्धारित किये हैं, जो उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और व्यक्तिगत स्वच्छता के लिये प्रोत्साहित करते हैं। प्रोटोकॉल्स इस प्रकार हैं :
ड्राइवर-पार्टनर्स के लियेः
1. रेड जोन्स में यात्रा नहीं: वाहन सरकार द्वारा चिन्हित रेड या कंटेनमेन्ट जोन्स में नहीं चलेंगे।
2.ड्राइवरों के लिये सेल्फी-प्रमाणनः सभी ड्राइवर-पार्टनर्स को मास्क पहनने हैं और अपने पार्टनर एप के माध्यम से एक सेल्फी शेयर कर हर राइड के शुरू होने से पहले इसका प्रमाण देना है।
3.स्वच्छता किट्स से युक्त होनाः ड्राइवर-पार्टनर्स को मास्क, सैनिटाइजर्स और डिसइंफेक्टैन्ट्स दिये जाएंगे और वे अपने शहरों के सभी वॉक-इन सेंटर्स में यह चीजें ले सकते हैं।
4.कारों की नियमित सफाईः आम उपयोग की सतहों, जैसे हैण्डल, इनर हैण्डल और सीट को हर राइड के पहले साफ करना होगा।
5.फ्लेक्सिबल कैंसेलेशन : ड्राइवर और ग्राहक के पास राइड को कैंसेल करने का विकल्प होगा, यदि दोनों में से कोई मास्क न पहने, ताकि उनकी और अन्य यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
ग्राहकों के लियेः
1.मास्क पहनना अनिवार्य हैः कैब की बोर्डिंग करने वाले सभी ग्राहकों के लिये मास्क पहनना अनिवार्य है और हर राइड के पहले तथा बाद में सैनिटाइज होना चाहिये।
2.एसी बंद रहेंगेः हवा के रि-सर्कुलेशन को रोकने के लिये एसी बंद रहेगा और खिड़कियाँ हर राइड में खुली रहेंगी।
3.प्रति कार 2 यात्रीः कैब में प्रति राइड केवल दो यात्रियों की अनुमति होगी। उन्हें खिड़की के पास या कार में पीछे बैठने का आग्रह भी किया जाएगा।
4.लगेज को खुद ही लोड और अनलोड करें: सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिये ग्राहकों से खुद ही लगेज को लोड और अनलोड करने का आग्रह किया जाता है।
5.नगदरहित भुगतानः ग्राहकों से राइड के लिये नगदरहित भुगतान करने का आग्रह किया जाता है, ताकि अनावश्यक संपर्क से बचा जा सके।
इस पहल के लॉन्च और परिचालन दोबारा शुरू होने पर टिप्पणी करते हुए ओला के प्रवक्ता एवं संवाद प्रमुख आनंद सुब्रमण्यिन ने कहा, ‘‘हम इस कठिन समय में मोबिलिटी को महत्व देने के लिये केन्द्र सरकार को धन्यवाद देते हैं। लाखों नागरिकों की यात्रा और ड्राइवर-पार्टनर्स की आजीविका के लिये हमने अपने प्लेटफॉर्म को दोबारा शुरू किया है और हम उन दोनों की सुरक्षा को सबसे अधिक प्राथमिकता देते हैं। कोविड-19 के विरूद्ध हमारी लड़ाई एक संयुक्त प्रयास है, जो तभी संभव होगा, जब ड्राइवर-पार्टनर्स और ग्राहक यह सुनिश्चित करने में योगदान देंगे कि परिवहन सभी के लिये सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता का हो।’’
केन्द्र सरकार के नियमों का पालन करने हुए ओला केवल ऑरेंज और ग्रीन जोन्स में परिचालन करेगा और स्वास्थ्य मंत्रालय के सुरक्षा नियमों को मानेगा। इन शहरों में आज से ही परिचालन चरणबद्ध तरीके से लॉन्च होगा। मौजूदा प्रोटोकॉल के अनुसार, अस्पतालों की यात्रा के लिये 15 शहरों में ओला इमरजेंसी सर्विसेज चालू रहेंगी ।