दिलीप कुमार की पुण्यतिथि पर सायरा बानो ने साझा की भावुक यादें, “वो केवल मेरे जीवन की खुशी नहीं, एक युग थे”

On Dilip Kumar's death anniversary, Saira Banu shared emotional memories, "He was not just the happiness of my life, he was an era"चिरौरी न्यूज

मुंबई: हिंदी सिनेमा के महानायक दिलीप कुमार की चौथी पुण्यतिथि पर उनकी पत्नी और दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो ने एक भावुक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने दिवंगत पति के साथ आत्मिक जुड़ाव को बेहद मार्मिक अंदाज़ में व्यक्त किया।

सायरा बानो ने सोशल मीडिया पर दिलीप कुमार की कुछ पुरानी तस्वीरों और उनकी फिल्मों की झलकियों वाला एक भावुक वीडियो पोस्ट किया। इसके साथ उन्होंने लिखा, “साहब की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती… फिर भी मैं आज भी उनके साथ हूँ – विचारों में, मन में, जीवन में। इस जन्म में और अगले जन्म में भी मेरी आत्मा ने उनके बिना भी उनके साथ चलना सीख लिया है।”

उन्होंने कहा कि हर साल यह दिन उनके लिए साहब की यादों को नाज़ुक फूलों की तरह सहेजने का दिन होता है। “साहब के प्रशंसक, शुभचिंतक, मित्र और परिवार के सदस्य उन्हें कभी नहीं भूलते। उनके संदेश प्रार्थनाओं की तरह आते हैं, और मैं हर एक को दिल से पढ़ती हूँ, यह जानकर कि दुनिया आज भी साहब के लिए जगह बनाए हुए है।”

“साहब एक युग थे, सिर्फ अभिनेता नहीं”

सायरा बानो ने दिलीप कुमार को “छह पीढ़ियों के लिए प्रेरणा” और “आने वाले कलाकारों के लिए मार्गदर्शक तारा” बताया। उन्होंने लिखा:

“साहब सिर्फ मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी नहीं थे, बल्कि एक पूरा युग थे। वे पंडित जवाहरलाल नेहरू, अटल बिहारी वाजपेयी, नरसिम्हा राव जैसे नेताओं के प्रिय साथी थे और देश के सामान्य जन के दिलों में बसे हुए थे।”

सायरा ने उनके खेल प्रेम को भी याद करते हुए लिखा कि दिलीप साहब को क्रिकेट और फुटबॉल बेहद पसंद थे। वे अकसर कहते थे, “अगर किस्मत साथ देती, तो मैं राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनता।” लेकिन किस्मत ने उन्हें दुनिया का महानतम अभिनेता बना दिया।

सायरा ने एक प्यारे लम्हे को भी साझा किया जब एक शाम दिलीप साहब घर में एक महफ़िल से चुपचाप उठकर चले गए और एक पर्ची छोड़ गए, “नींद आ रही है, क्या कहती हो आंटी?… तुम्हारा 100%।”

सायरा ने लिखा कि ऐसे ही सादे और स्नेहपूर्ण क्षणों में उनका प्यार, हास्य और उपस्थिति आज भी जीवित है।

अपनी भावनाओं को समेटते हुए सायरा बानो ने लिखा, “उन्होंने साधारण पलों को भी अमर बना दिया। हर मज़ाक, हर नोट, हर नज़र में उन्होंने कुछ अनमोल छोड़ा — ऐसा प्यार जो हमेशा बना रहता है। दिलीप साहब हमेशा रहेंगे। समय से परे। जीवन से परे। अल्लाह उन्हें अपनी रौशनी और रहमत में हमेशा महफूज़ रखे। आमीन।”

दिलीप कुमार, जिन्हें हिंदी सिनेमा का ‘ट्रैजेडी किंग’ कहा जाता है, ने 7 जुलाई 2021 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। आज भी वे अपने अभिनय, सौम्यता और इंसानियत के लिए लाखों दिलों में ज़िंदा हैं।

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