नई विश्व व्यवस्था की तस्वीर: एससीओ सम्मेलन में मोदी, जिनपिंग और पुतिन की एकजुटता ने दुनिया को भेजा स्पष्ट संदेश
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक तस्वीर ने वैश्विक राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। यह तस्वीर हाल ही में संपन्न हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन की है, जहां इन प्रमुख नेताओं को हंसते-मुस्कुराते और गर्मजोशी से एक-दूसरे से मिलते देखा गया।
यह सम्मेलन ऐसे समय में हुआ जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों, विशेष रूप से भारी टैरिफ, के चलते इन देशों के साथ उसके संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। CNN के विश्लेषक वैन जोन्स ने इस तस्वीर को लेकर चेताया, “यह तस्वीर हर अमेरिकी की रीढ़ में सिहरन पैदा कर देनी चाहिए।”
जोन्स ने कहा, “हम इस दिन को ऐतिहासिक रूप में याद करेंगे, क्योंकि यह फोटो एक नई विश्व व्यवस्था का संकेत है। पहले अमेरिका और चीन साथ थे, रूस अलग था। अब, अमेरिका खुद अलग-थलग दिख रहा है। यह अमेरिका के लिए अच्छा संकेत नहीं है।”
एकजुटता का सार्वजनिक प्रदर्शन
तियानजिन में हुए इस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपति पुतिन से गर्मजोशी से हाथ मिलाते और ठहाके लगाते देखा गया। वहीं शी जिनपिंग ने शांत मुस्कान के साथ दोनों नेताओं के साथ तस्वीर खिंचवाई। कई तस्वीरों में मोदी, पुतिन और जिनपिंग को एक-दूसरे से आत्मीयता से मिलते और हंसी-मजाक करते हुए दिखाया गया।
पश्चिमी मीडिया की तीखी प्रतिक्रिया
The New York Times ने लिखा, “इस तस्वीर में कई संदेश छिपे हैं। जिनपिंग और पुतिन की आत्मीयता, एक वैकल्पिक वैश्विक व्यवस्था की तरफ इशारा करती है, जो अमेरिका को चुनौती देती है। मोदी ने भी यह दिखाने की कोशिश की कि भारत के पास अन्य मजबूत मित्र हैं – भले ही चीन से सीमा विवाद हो – अगर अमेरिका उसे टैरिफ के जरिए अलग-थलग करने की कोशिश करे।”
Washington Post ने इस बैठक को “अमेरिका-विरोधी अस्थिरता के ध्रुव” कहे जाने वाले चार देशों – ईरान, उत्तर कोरिया, चीन और रूस – की पहली औपचारिक एकजुटता बताया।
एक बहुध्रुवीय विश्व की ओर
सम्मेलन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने “शीत युद्ध की मानसिकता”, “ताकत की राजनीति” और “धमकाने की नीति” को अस्वीकार करने की अपील की। उन्होंने एक ऐसे वैश्विक शासन की वकालत की, जो अधिक न्यायसंगत, संतुलित और बहुध्रुवीय हो।
ट्रंप की तीखी टिप्पणी
वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “राष्ट्रपति शी और चीन की जनता को मैं शुभकामनाएं देता हूं। कृपया मेरी ओर से पुतिन और किम जोंग उन को भी गर्मजोशी भरा अभिवादन दें – जब आप अमेरिका के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हों।”
इतिहास के साए में शक्ति प्रदर्शन
यह बैठक उस दिन हुई जब बीजिंग में द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ पर एक विशाल सैन्य परेड आयोजित की गई। पुतिन, शी और किम जोंग उन को साथ चलते और परेड का निरीक्षण करते देखा गया। इस दौरान जिनपिंग ने कहा, “हम फिर कभी जंगल के कानून में नहीं लौटेंगे, जहां ताकतवर कमजोरों का शिकार करता है।”
हॉट माइक पर भविष्य की चर्चा
परेड के दौरान एक रोचक घटना भी सामने आई – जब पुतिन और जिनपिंग एक ‘हॉट माइक’ में मानव जीवन को 150 साल तक बढ़ाने और अंग प्रतिरोपण पर चर्चा करते हुए पकड़े गए। यह बातचीत तब हुई जब वे किम जोंग उन के साथ तियानअनमेन स्क्वायर की ओर बढ़ रहे थे।