प्रधानमंत्री मोदी ने किया कोशी महासेतु का उद्घाटन, 12 रेल परियोजनाओं का भी हुआ शुभारम्भ
चिरौरी न्यूज़
पटना: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा बिहार में कोसी रेल महासेतु देश को समर्पित किया। इसके साथ-साथ उन्होंने बिहार में 12 रेल परियोजनाओं का भी शुभारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से राज्य में संपर्क और समृद्धि का एक नया मार्ग प्रशस्त होगा। कोशी महासेतु को समर्पित करते हुए मोदी ने कहा कि, “आज बिहार में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया इतिहास रचा गया है। इस महासेतु के कारण अब बिहार के लोगों को 300 किमी की यात्रा सिर्फ 22 किमी में सिमट जाएगी।”
बता दें कि पहले निर्मली से सरांयगढ़ का सफर तक़रीबन 300 किमी का होता था, इस महासेतु के बाद ये दूरी अब सिर्फ २२ किलोमीटर तक ही रह जायेगी। पीएम मोदी ने कहा, “आज कोसी महासेतु होते हुए सुपौल-आसनपुर कुपहा के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने से सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के लोगों को बहुत लाभ होगा। यही नहीं, इससे नॉर्थ ईस्ट के साथियों के लिए एक वैकल्पिक रेलमार्ग भी उपलब्ध हो जाएगा।”
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे रेलमंत्री बनाया था। उन्होंने कहा कि जून 2003 में ही कोसी महासेतु का शिलान्यास किया था। अब जाकर ये पूरा हुआ है। साथ ही तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी ने मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का आश्वासन दिया था, जिसे शामिल कर लिया गया है। आज पूर्व पीएम अटल जी का कोसी महासेतु का सपना साकार हुआ है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने प्रधानमंत्री से कहा कि बिहार ने देश को आठ रेल मंत्री दिये हैं। आज के कार्यक्रम से बिहार में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही कहा कि लॉकडाउन के दौरान बिहार के मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए थे। उस समय आपने मजदूरों के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चलायीं। 1371 स्पेशल ट्रेन से 19 लाख 72 हजार लोगों को निःशुल्क उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया।
प्रधानमंत्री ने रेल कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोना के समय में जिस तरह का काम रलवे ने किया है उसकी जितनी तारीफ़ की जाय कम है। उन्होंने कहा कि देश के लाखों श्रमिकों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने दिन-रात एक कर दिया था।
प्रधानमंत्री ने कहा,”2014 के पहले के 5 सालों में बिहार में सिर्फ सवा तीन सौ किलोमीटर नई रेल लाइन शुरु थी। जबकि 2014 के बाद के 5 सालों में बिहार में लगभग 700 किलोमीटर रेल लाइन कमीशन हो चुकी हैं। यानी करीब दोगुने से अधिक नई रेल लाइन शुरु हुईं हैं।”
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने लोकसभा में पारित तीन कृषि विधेयक को किसानों के लिए बहुत अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि ये विधेयक किसानों को बिचौलिए से बचाएगा। और एक तरह से ये किसानों के लिए रक्षा कवच का काम करेगा। उन्होंने कहा, “किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं, उनसे बचाने के लिए ये विधेयक लाए जाने बहुत आवश्यक थे। ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच बनकर आए हैं।”