प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारी सरकार ने जनता के पैसे से देश को बनाया, न कि ‘शीशमहल’
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा लोगों की जीवन स्तर को सुधारने और उनके वित्तीय सामर्थ्य को बढ़ाने का प्रयास किया है, जबकि पिछली सरकारें अपने निजी स्वार्थ में लगी थीं और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती थीं।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई जन-प्रेरित योजनाओं और परियोजनाओं का जिक्र किया, जिनके माध्यम से देश के संसाधनों का सदुपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जो पैसा बचाया, उसे ‘शीशमहल’ बनाने के बजाय देश के निर्माण में लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पहले समाचार पत्रों में घोटालों और भ्रष्टाचार की खबरें भरी रहती थीं। पिछले 10 सालों में हम ने लाखों करोड़ रुपये बचाए, जो जनता के काम आए। हमने वह पैसा ‘शीशमहल’ बनाने में नहीं, बल्कि देश के निर्माण में लगाया।”
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी मजाक उड़ाया और कहा, “एक पूर्व प्रधानमंत्री कहते थे कि जब दिल्ली से 1 रुपया भेजा जाता था, तो नीचे तक केवल 15 पैसे पहुंचते थे। अब सभी समझ सकते हैं कि 15 पैसे कौन लेता था।”
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की नीतियों का बचाव करते हुए कहा, “हमारा मॉडल ‘भचत भी विकास भी’, ‘जनता का पैसा जनता के लिए’ है।”
उन्होंने कई योजनाओं का जिक्र किया, जैसे कि JAM त्रयी और एथनॉल को ईंधन के विकल्प के रूप में पेश किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘जन औषधि केंद्र’ के तहत दवाइयों पर 80 प्रतिशत छूट दी जा रही है, जिससे लाभार्थियों ने लगभग 30,000 करोड़ रुपये बचाए हैं। इसके अलावा, LED बल्बों पर जोर देने के कारण उनकी कीमतें 400 रुपये से घटकर 40 रुपये हो गईं, जिससे देशवासियों ने 20,000 करोड़ रुपये बचाए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने UNICEF के सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत भाग लेने वाले परिवारों ने एक साल में औसतन 70,000 रुपये की बचत की।