आईसीसी रिव्यू में बातचीत के दौरान शास्त्री ने कहा, “मैंने उसे पहले दिन से पसंद किया। जब मैंने उसे पहली बार देखा, मैंने कहा – यही है वो खिलाड़ी। और वह भारत के लिए कई वर्षों तक एक सच्चा ऑलराउंडर बन सकता है।”
गौरतलब है कि सुंदर ने 2021 में गाबा टेस्ट में डेब्यू किया था, जहां भारत चोटों से जूझ रहा था। उस वक्त कोच रहे शास्त्री ने उन पर भरोसा जताया था और सुंदर ने 62 रनों की संयमित पारी खेलकर भारत की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई थी। बाद में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में नाबाद 85 और 96 रनों की पारियां भी खेलीं।
अब तक खेले गए 11 टेस्ट मैचों में सुंदर ने 545 रन बनाए हैं और 30 विकेट चटकाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में उन्होंने चार पारियों में 42, 12 नाबाद, 23 और 0 के स्कोर बनाए हैं, जबकि गेंद से 5 विकेट हासिल किए हैं।
तीसरे टेस्ट में लॉर्ड्स पर उन्होंने दूसरी पारी में 4 विकेट लेकर खास प्रभाव डाला, जिसमें जो रूट, बेन स्टोक्स और जैमी स्मिथ जैसे अहम विकेट शामिल थे।
शास्त्री ने कहा, “वो अभी सिर्फ 25 साल का है। उसे अब तक और ज़्यादा टेस्ट खेलने का मौका मिलना चाहिए था। भारत में टर्निंग पिचों पर वह बेहद खतरनाक हो सकता है, जैसा कि 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में देखा गया, जहां वह चार पारियों में 16 विकेट लेकर संयुक्त रूप से शीर्ष विकेटटेकर्स में शामिल रहा। उसने सीनियर स्पिनरों से बेहतर गेंदबाज़ी की।”
उन्होंने सुंदर की बैटिंग तकनीक और स्वाभाविक टैलेंट की भी तारीफ करते हुए कहा, “वह एक नैसर्गिक बल्लेबाज़ है। वह नंबर 8 का खिलाड़ी नहीं है, जल्दी ही वह टेस्ट टीम में नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी कर सकता है।”
रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि सुंदर सिर्फ घरेलू नहीं, बल्कि विदेशी परिस्थितियों में भी कामयाब हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “उसके पास drift है, अच्छी pace है, उंगलियों में ताकत है और फिटनेस भी है। वह लंबे स्पेल डाल सकता है और ज़रूरत पड़ने पर नियंत्रण वाली गेंदबाज़ी भी कर सकता है।”
शास्त्री के अनुसार, जब वाशिंगटन सुंदर आत्मविश्वास हासिल कर लेंगे, तो वो और बेहतर होते जाएंगे और भारत के लिए एक स्थायी ऑलराउंड विकल्प बन सकते हैं।
पूर्व कोच की इस टिप्पणी ने यह साफ कर दिया है कि सुंदर को लेकर टीम इंडिया के भविष्य की योजनाओं में एक बार फिर उम्मीदें जगने लगी हैं।