इंग्लैंड दौरे को लेकर उत्साहित हैं रोहित शर्मा, ‘ये हमारे लिए एक बड़ा चैलेंज होगा’

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने आगामी इंग्लैंड दौरे को लेकर अपनी उत्सुकता ज़ाहिर की है। 2025 आईपीएल सीज़न के समापन के बाद टीम इंडिया जून में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलेगी, जिसकी शुरुआत 20 जून को हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड से होगी। यह दौरा ‘मेन इन ब्लू’ के लिए बेहद खास होगा क्योंकि वे 2007 के बाद पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतने का सपना देख रहे हैं।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के साथ Beyond23 Cricket Podcast पर बातचीत करते हुए रोहित ने कहा: “बिलकुल, पिछली बार जब हम इंग्लैंड गए थे, तब सीरीज़ 2-2 पर समाप्त हुई थी। हमें कुछ खिलाड़ियों की फिटनेस पर ध्यान देना होगा, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि ये सीरीज़ शानदार होगी। मुझे पता है कि ये खिलाड़ी आजकल किस स्तर की क्रिकेट खेल रहे हैं, इसलिए यह हमारे लिए एक बड़ा चैलेंज होगा।”
हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में रोहित शर्मा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने पूरे पांच मैचों की सीरीज़ में सिर्फ 31 रन बनाए और पहला व आखिरी टेस्ट मैच नहीं खेले। सीरीज़ के निर्णायक पांचवें टेस्ट से उन्होंने खुद को बाहर कर लिया था, जिसकी जगह शुभमन गिल को शामिल किया गया था। भारत यह मैच छह विकेट से हार गया।
इस फैसले पर रोहित ने कहा: “मुझे ईमानदारी से स्वीकार करना पड़ा कि मैं अच्छी बल्लेबाज़ी नहीं कर रहा था। सिर्फ खेलने के लिए खेलना सही नहीं होता। कुछ और खिलाड़ी भी संघर्ष कर रहे थे और हम चाहते थे कि गिल खेले। वह एक शानदार खिलाड़ी है और पिछले टेस्ट से चूक गया था, इसलिए हमें लगा उसे मौका मिलना चाहिए।”
“अगर मैं खुद को गेंद अच्छी तरह से हिट करते नहीं देख रहा, तो जबरदस्ती खेलने का कोई मतलब नहीं था। मैंने कोच और चयनकर्ता से बात की, जो दौरे पर थे। कुछ हद तक वे सहमत थे, कुछ हद तक नहीं।”
“आपको टीम को प्राथमिकता देनी होती है, जो टीम के लिए सही हो, वही निर्णय लेना होता है। कभी ये निर्णय काम करते हैं, कभी नहीं। हर फैसले की कोई गारंटी नहीं होती कि वह सही होगा या सफल। आप वही करते हैं जो टीम के लिए सबसे अच्छा महसूस होता है।”
इंग्लैंड दौरे पर सभी की निगाहें भारत के बल्लेबाज़ों और कप्तान रोहित शर्मा के प्रदर्शन पर रहेंगी। 2007 के बाद से टीम इंडिया इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत सकी है, और इस बार यह मौका बेहद अहम होगा। रोहित के लिए भी यह एक बड़ी परीक्षा होगी – ना सिर्फ बतौर कप्तान, बल्कि बतौर सीनियर बल्लेबाज़ भी।
अब देखना यह होगा कि टीम इंडिया इस ‘अच्छे चैलेंज’ को कैसे भुनाती है और क्या रोहित शर्मा खुद को साबित कर पाते हैं।