हाथरस कांड से चर्चित हुई कथित ‘भाभी’ सामने आयी; कहा, एसआईटी दे मेरे नक्सल होने का सुबूत

चिरौरी न्यूज़

हाथरस: हाथरस काण्ड की जांच स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम कर रही है, जांच में सभी पहलुओं को शामिल किया गया है। हाथरस काण्ड के बाद से मृत युवती की एक कथित ‘भाभी’ की चर्चा बहुत जोर शोर से हो रही है। अब कथित ‘भाभी’ ने मीडिया के सामने आकर इस पूरे मसले पर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने अपने बयान में साफ़ साफ़ कहा कि पीड़ित परिवार से उनका कोई रिश्ता नहीं है।

कथित भाभी पर आरोप है कि वह घूंघट ओढ़कर पीड़िता की भाभी बनकर पुलिस और एसआईटी से बातचीत कर रही थी, और परिवार वालों को भड़का रही थी। बताया जा रहा है कि कथित भाभी जो कि एक नक्सली एक्टिविस्ट हैं, उनके कॉल डिटेल्स में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।

बता दें कि कथित भाभी जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हैं और उनका नाम राजकुमारी बंसल है।

“पीड़ित परिवार से मेरा कोई रिश्ता नहीं है, मैं केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस के बूलगढ़ी गांव में पीड़िता के घर गई थी। पीड़ित परिवार को अच्छा लगा कि हमारे समाज की एक लड़की इतने दूर से आई है तो उन्होंने कहा कि बेटा एक दो दिन रूक जाओ। उनके अनुरोध पर मैं रूक गई।” इस के साथ ही राजकुमारी बंसल ने कहा कि उनके वहां जाने की जानकारी सिर्फ पति को थी। उन्होंने एसआईटी की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि किसी को भी लेकर बोलना और आरोप लगाना बहुत आसान होता है।

दलित युवती की मौत के मामले की जांच कर रही एसआइटी टीम की जांच में सामने आया है कि हाथरस के 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर ‘भाभी’ ने बड़ी साजिश रची। जांच में कथित भाभी के नक्सली कनेक्शन की बात भी सामने आई है। इसी बीच नक्सली होने का आरोप लगने पर डॉक्टर राजकुमारी बंसल मीडिया के सामने एक बयान जारी किया।

उन्होंने कहा कि, “मुझे लगा कि मेरे नंबर के साथ टेंपरिंग की जा रही है। मैने फौरन साइबर पुलिस में रिपोर्ट की है। यह मेरे मान सम्मान की बात है। कैसे मुझे नक्सल कहा गया। उन्होंने कहा कि मैं तो वहां पर पीड़िता की फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी। उस विषय की मैं एक्सपर्ट हूं। मैने भाभी भी बनकर कभी कोई भी इंटरव्यू नहीं दिया। मैं बेटी हूं।“

 

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