नव्या मलिक की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हलकों में हड़कंप, पूर्व मंत्री और विधायकों के बेटों से जुड़े ड्रग्स कनेक्शन की जांच तेज

The arrest of Navya Malik stirred up political circles in Chhattisgarh, investigation into the drug connection of sons of former ministers and MLAs intensifiedचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: नव्या मलिक की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हलकों में भूचाल आ सकता है। रायपुर में हाई प्रोफाइल ड्रग्स तस्करी मामले में गिरफ्तार की गई मॉडल और इंटीरियर डिजाइनर नव्या मलिक के राजनीतिक कनेक्शन सामने आने के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां सकते में आ गई है।

पुलिस सूत्रों की मानें तो नव्या के संबंध एक पूर्व मंत्री, एक विधायक के बेटे और एक विधायक के भतीजे से रहे हैं। इन सबका नाम नाइट पार्टीज़ और फार्महाउस पर हुईं बैठकों में शामिल होने को लेकर सामने आया है। रायपुर के एक बड़े पेट्रोल पंप संचालक से भी नव्या की करीबी का ज़िक्र हुआ है, जो अब जांच के घेरे में है।

पुलिस को नव्या मलिक के मोबाइल से 300 से अधिक संदिग्ध कॉन्टैक्ट मिले हैं, जिनमें कई नाम छत्तीसगढ़ के बड़े उद्योगपतियों, कपड़ा और सराफा कारोबारियों, रियल एस्टेट से जुड़े लोगों के घर के युवाओं से संबंधित हैं। इन संपर्कों को लेकर अब यह जांच की जा रही है कि क्या नव्या का उनसे केवल प्रोफेशनल कनेक्शन था या ड्रग्स तस्करी के लिए भी इन संपर्कों का इस्तेमाल होता था।

पेशे से इंटीरियर डिजाइनर नव्या ने राज्य के एक नामी शराब कारोबारी के बेटे के घर का इंटीरियर डिजाइन किया था, जिसके बाद दोनों के बीच लगातार संपर्क में रहने की बात सामने आई है। यह आशंका भी जताई जा रही है कि इंटीरियर डिज़ाइनिंग की आड़ में ड्रग्स की सप्लाई का नेटवर्क चलाया जा रहा था।

पुलिस अब नव्या और उसकी करीबी कई लोगों से मिले कांटेक्ट नंबर और उनसे जुड़े नेटवर्क की गहनता से जांच कर रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस हाई प्रोफाइल मामले में कई और चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं।

30 अगस्त को रायपुर पुलिस ने मुंबई से नव्या मलिक को ड्रग्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। अगले ही दिन उसके करीबी परवेज को रायपुर से पकड़ा गया। इसके बाद हरियाणा से ड्रग्स लेकर आए एक पेडलर की गिरफ्तारी हुई, जिसकी नव्या से सीधा संपर्क था। 3 सितंबर को विधि अग्रवाल, जुनैद और सोहेल खान समेत चार और लोगों की गिरफ्तारी हुई।

पुलिस ने 31 अगस्त से 6 सितंबर तक नव्या मलिक और 4 से 6 सितंबर के बीच विधि अग्रवाल और उसके सहयोगियों से रिमांड पर पूछताछ की। पूछताछ में ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े कई अहम खुलासे हुए हैं। रिमांड खत्म होने के बाद सभी आरोपियों को 6 सितंबर को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 15 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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