विराट कोहली ने टेस्ट कप्तान का पद छोड़ा
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: विराट कोहली ने आज टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने इस बात की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट से साझा की। 2014 में टेस्ट टीम की कमान सँभालने वाले कोहली भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में जाने जाते है, लेकिन साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज हारने के एक दिन के बाद उनका यह फैसला आया है।
साउथ अफ्रीका सीरीज से पहले पहले कोहली तब विवादों में घिर गए थे जब उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में यह कहा था कि उनसे वन डे कप्तानी लेने के फैसले की जानकारी सिर्फ 90 मिनट पहले दी गयी थी। जबकि क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने कहा था कि विराट को इसकी जानकारी पहले दे दी गयी थी। इसके बाद सिलेक्टर चेतन शर्मा ने भी प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि विराट को इसकी जानकारी थी । इसके बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि, विराट का बतौर टेस्ट कप्तान साउथ अफ्रीका का दौरा निर्णायक साबित होगा।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक बयान में, कोहली ने टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को उनके कार्यकाल के दौरान मार्गदर्शन देने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे इतने लंबे समय तक अपने देश का नेतृत्व करने का मौका दिया और इससे भी सबसे अहम बात यह है कि टीम के उन सभी साथियों को, जिन्होंने टीम के लिए पहले दिन से ही मेरी सोच को अपनाया और किसी भी स्थिति में कभी हार नहीं मानी। आप लोगों ने इस सफर को इतना यादगार पल बना दिया है।”
कोहली ने भारत के लिए खेल के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे सफल कप्तान के रूप में टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। उनकी कप्तानी में भारत ने 68 टेस्ट खेले, जिसमें 40 जीते, 17 हारे और 11 मैच ड्रॉ रहे, जिसमें 58।82 का जीत प्रतिशत रहा, जबकि विदेशी और घरेलू परिस्थितियों में कोहली के नेतृत्व में टीम ने यादगार जीत दर्ज की।
कोहली ने आगे कहा, “किसी न किसी स्तर पर सबको रुकना पड़ता है और मेरे लिए अब यह भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में है।” उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अपने हर काम में 120 फीसदी देने में विश्वास रखता हूं और अगर मैं ऐसा नहीं कर सकता, तो मुझे पता है कि यह करना सही नहीं है। मैं अपनी टीम के प्रति बेईमान नहीं हो सकता।
कोहली के नेतृत्व में उस समय की सबसे उल्लेखनीय जीत 2018/19 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रही, जहां भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती और 2021 सीरीज में इंग्लैंड में 2-1 से आगे होने के अलावा विश्व टेस्ट में जगह बनाई और उसी वर्ष साउथेम्प्टन में चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल जीता।