योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2023: कुनलावुत वितिदसर्न ने एंटनी गिंटिंग को हराया, फाइनल में विक्टर एक्सेलसेन से भिड़ेंगे
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: थाईलैंड के पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन कुनलावुत वितिदसर्न ने अपनी मजबूत डिफेंस शैली का सहारा लेकर इंडोनेशिया के एंथनी गिनटिंग की आक्रमण शैली को दोयम साबित करते हुए इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव हाल में जारी योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2023 के पुरुष एकल फाइनल में स्थान सुरक्षित किया। एचएसबीसी-बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर सुपर 750 इवेंट के फाइनल में अब रविवार को वितिदसर्न का सामना दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से होगा।
21 वर्षीय ने भारतीय बैडमिंटन संघ द्वारा आयोजित की जा रही इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल मैच में शायद ही कोई अप्रत्याशित गलती की और 58 मिनट तक चले मुकाबले में अपने इंडोनेशियाई प्रतिद्वंद्वी को 27-25, 21-15 से हराकर अपने पहले सुपर 750 इवेंट के फाइनल में पहुंचने में सफल रहे।
वितिदसर्न के लिए हालांकि खिताब तक पहुंचना आसान नहीं होगा क्योंकि इसके लिए उन्हें दुनिया के नम्बर-1 खिलाड़ी और शीर्ष वरीयता प्राप्त विक्टर एक्सेलसेन की चुनौती को पार करना होगा, जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में एक अन्य इंडोनेशियाई जोनाथन क्रिस्टी को 21-6, 21-12 से हराया।
महिलाओं का एकल फाइनल जापान की शीर्ष वरीय अकाने यामागुची और दक्षिण कोरिया की एन से यंग के बीच खेला जाएगा। यह मलेशिया ओपन सुपर 1000 इवेंट में पिछले सप्ताह के फाइनल की पुनरावृत्ति होगी। उस मुकाबले में यामागुची ने बाजी मारी थी।
पहले पुरुष एकल सेमीफाइनल में वितिदसर्न शुरुआत में थोड़े विचलित नजर आए और इसी कारण गिनटिंग ने 12-6 की बढ़त बना ली थी। हालांकि, उन्होंने अपने बेहतर स्किल के साथ दो गेम पॉइंट अर्जित कर हालात को बदलने की कोशिश की। गिनटिंग ने अंत में छह गेम प्वाइंट बचाए पर थाई युवा खिलाड़ी ने लगातार दो अंक हासिल कर शुरुआती गेम 27-25 से जीत लिया।
गिनटिंग ने एक बार फिर से फ्रंट फुट पर दूसरा गेम शुरू किया और दूसरे गेम को जीतकर मैच को निर्णायक गेम तक ले जाने की कोशिश में लगे रहे। वितिदसर्न ने हालांकि 13-14 से पीछे होने के बाद लगातार नौ अंक हासिल करते हुए एंथनी के मंसूबों पर पानी फेर फाइनल का टिकट सुरक्षित कर लिया।
इससे पहले, दो बार की विश्व चैंपियन यामागुची ने नए साल में अपना शानदार फॉर्म जारी ऱखा और भारत की पीवी सिंधु को शुरुआती दौर में हराने वाली सुपनिदा को हराकर फाइनल का टिकट कटाया। यामागुची के सामने सुपनिदा की एक ना चली।
यामागुची ने 21-17, 21-16 से मैच अपने नाम कर एन से यंग के साथ होने वाला मुकाबला तय किया। यंग ने सेमीफाइनल में चीन की हे बिंग जियाओ को 11-21, 21-16, 21-16 से हराया।
फाइनल तक का यंग का रास्ता इतना आसान नहीं था क्योंकि उन्हें शुरुआती गेम 11-21 से हारने के बाद वापसी करनी थी। एक लिहाज से उन्हें बिंग को निर्णायक गेम के लिए मजबूर करना था। तीसरे और अंतिम गेम में भी, कोरियाई खिलाड़ी 3-9 और 9-12 से पीछे थी लेकिन इसके बाद उन्होंने अगले 11 में से नौ अंक हासिल कर 18-14 की बढ़त बना ली और फिर मैच अपने नाम कर लिया।