वेलेंटाइन डे के एकड़ीं बाद युजवेंद्र चहल की कृपटिक पोस्ट वायरल

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर युजवेंद्र चहल, जो T20 प्रारूप के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं, हाल ही में टीम से बाहर होने के बाद सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया। चहल ने अपनी कुछ तस्वीरों के साथ एक संदेश लिखा, “तुम जैसे हो वैसे ही काफी हो! किसी को भी तुम्हें इसके उलट महसूस नहीं करने देना चाहिए।”
हालांकि इस पोस्ट के बारे में स्पष्टता नहीं थी, कुछ फॉलोअर्स का मानना था कि यह उनके निजी जीवन से जुड़ी बात हो सकती है। इस बीच, कुछ समय से यह अफवाहें चल रही हैं कि चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा के बीच रिश्ता मुश्किलों में है और वे तलाक की ओर बढ़ सकते हैं।
इस पोस्ट के बाद चहल ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक लंबा संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने अपने परिवार की पीड़ा और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर नाराजगी जताई। चहल ने लिखा, “मैं अपने सभी प्रशंसकों का आभारी हूं जिन्होंने मेरे लिए बिना शर्त प्यार और समर्थन दिया है, जिसके बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता। लेकिन मेरी यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है, अभी बहुत से अद्भुत ओवर बाकी हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं एक बेटा, भाई और दोस्त भी हूं, और मैं समझता हूं कि हाल ही में हुई घटनाओं के बारे में जिज्ञासा बनी हुई है। हालांकि, मैंने देखा है कि सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट्स चल रहे हैं जो सच्चाई से जुड़े हुए नहीं हैं, और ये मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत दर्दनाक हैं।” चहल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे इन अफवाहों में ना पड़ें, क्योंकि इससे उन्हें और उनके परिवार को बहुत दुख पहुंचा है।
चहल ने कहा कि उनके परिवार की मूल्य उन्हें सिखाती हैं कि सफलता मेहनत और समर्पण से प्राप्त होती है, और वे इन मूल्यों से कभी भी समझौता नहीं करेंगे। “मैं दिव्य आशीर्वाद से हमेशा आपके प्यार और समर्थन की कामना करता हूं, न कि सहानुभूति की।”
इससे पहले, चहल की पत्नी धनश्री वर्मा ने भी सोशल मीडिया पर फैले नफरत फैलाने वाले संदेशों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने लिखा, “पिछले कुछ दिन मेरे परिवार और मेरे लिए बेहद कठिन रहे हैं। सबसे दुखद बात यह है कि बिना तथ्यों की जांच किए गए लेख और चेहरेहीन ट्रोल्स द्वारा मेरी इज्जत को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।”
धनश्री ने आगे लिखा, “मैंने वर्षों मेहनत की है अपनी पहचान और ईमानदारी बनाने में। मेरी चुप्पी कमजोरी का प्रतीक नहीं है, बल्कि ताकत का प्रतीक है। जबकि नकारात्मकता ऑनलाइन तेजी से फैलती है, दूसरों को समर्थन देना साहस और करुणा का काम है। मैं अपने सत्य पर ध्यान केंद्रित करती हूं और आगे बढ़ती हूं, अपने मूल्यों को संजोते हुए। सत्य बिना किसी हिचक के खुद ही उभर कर सामने आता है।”