किसानों ने किया दिल्ली-गाजियाबाद मुख्य मार्ग बंद, देश भर में बंद का रहा मिलाजुला असर
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। कहीं कहीं से छिटपुट हिंसा की खबर भी आरही है। कई राज्यों में विपक्षी पार्टियां धरना प्रदर्शन कर रही हैं। साथ ही कई जगहों पर रेल यातायात बाधित करके चक्का जाम करने की कोशिश हो रही है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में लेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोक दी हैं। हरियाणा और पंजाब में भी बंद का व्यापक असर दिख रहा है। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 13वें दिन भी जारी है। किसानों के बंद को कांग्रेस सहित सभी बड़ी पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है।
दिल्ली में किसानों ने बंद के दौरान नेशनल हाईवे 24 को 4 घंटे के लिए जाम कर दिया जिसके बाद दिल्ली-गाजियाबाद मुख्य मार्ग बंद हो गया। किसानों को रोकने के लिए वहां भारी पुलिस की तैनाती की गयी है।
किसानों द्वारा किये गए भारत बंद के बाद पक्ष विपक्ष में तीखी नोकझोंक जारी है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किसानो के भारत बंद को विपक्षी पार्टियों की साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि, बौखलाया हुआ विपक्ष जो वोट के माध्यम से जनता का समर्थन प्राप्त नहीं कर पाया, वो आज कानून-व्यवस्था को भंग करने पर उतारू हो चुका है ताकि वो अपनी राजनीति चमका सके। कहीं न कहीं राजनीतिक दखल है कि अराजकता फैले।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष पर बड़ा हमला करते हुए कहा, हर चीज पर लोगों को गुमराह करना, देश की छवि को बदनाम करने की साजिश करना विपक्षी दलों का पुराना तरीका रहा है। अपने शासन काल में कांग्रेस, NCP, अकाली दल, लेफ्ट पार्टियां इस तरह के बिल का सीना ठोक कर समर्थन करती रही हैं।
वहीँ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ के बीच लोगों का आह्वान किया कि वे किसानों का साथ दें और उनके संघर्ष को सफल बनाएं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित कर ट्वीट किया कि, “मोदी जी, किसानों से चोरी बंद करो। सभी देशवासी जानते हैं कि आज भारत बंद है। इसका संपूर्ण समर्थन करके हमारे अन्नदाता के संघर्ष को सफल बनाएं।”
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष पर बड़ा हमला करते हुए कहा, हर चीज पर लोगों को गुमराह करना, देश की छवि को बदनाम करने की साजिश करना विपक्षी दलों का पुराना तरीका रहा है। अपने शासन काल में कांग्रेस, NCP, अकाली दल, लेफ्ट पार्टियां इस तरह के बिल का सीना ठोक कर समर्थन करती रही हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, यह कोई राजनीतिक बंदी नहीं है। यह हमारी भावना है। दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने कोई राजनीतिक झंडा नहीं ले रखा है। यह हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ एकता में खड़े हों और उनकी भावनाओं से जुड़े रहें। यहां कोई राजनीति नहीं हो रही है और न ही होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, अगर सरकार के पास दिल है, तो गृह मंत्री या प्रधान मंत्री खुद किसानों से जाकर बात करें।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कल जब अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर गए थे, उसके बाद से BJP बुरी तरह घबरा गई है। बीजेपी नेताओं ने उसके बाद से अरविंद केजरीवाल को हाउस अरेस्ट कर रखा है। बीजेपी को डर है कि कहीं अरविंद केजरीवाल किसानों के समर्थन में सड़क पर न निकल आएं।