औरेया सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: तमाम राज्यों और केंद्र सरकार के दावे के बावजूद कोरोनाकाल में मजदूरों की परेशानियाँ कम होने का नाम नहीं ले रही है। सैकड़ों मील पैदल चलने को मजबूर अप्रवासी मजदूर हादसों के शिकार हो कर अपनी जान गवां रहे हैं। पिछले कई दिनों में कहीं ट्रेन से कटकर तो कहीं बस से कुचलकर मजदूरों की जान जा रही है।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के औरैया में हुआ है जहाँ राजस्थान से बिहार और झारखंड जा रहे प्रवासियों के ट्रक और खड़ी डीसीएम में टक्कर हो गयी। बताया जा रहा है कि लोगों से भरे ट्राला को शनिवार को औरैया में डीसीएम ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। इसमें 24 लोगों की मौत हो गई है जबकि 25 लोग घायल हैं। जिनको अस्पतालों में भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल 20 मजदूरों को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य घायल जिला अस्पताल में भर्ती है। औरैया की सीएमओ डॉक्टर अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि 24 लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। फिलहाल 35 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 15 लोग, जो गंभीर रूप से घायल थे, उन्हें सैफई पीजीआई में रेफर किया गया है।
औरैया की घटना के बाद राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आणि शुरू हो गयी है। एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। वहीँ उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया, कि मुख्यमंत्री ने औरैया के मृतकों को 2-2 लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हज़ार रुपये उपलब्ध कराने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि हादसा दुखद है, मुख्यमंत्री ने संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की और बॉर्डर के दोनों SHO को निलंबित किया है। मथुरा, आगरा जहां से वो होकर आए थे वहां के SSP, ASP और आगरा के AD ज़ोन से स्पष्टीकरण मांगा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में हुए भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत पर दुख जताया है। पीएम ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि सरकार राहत कार्य में तत्परता से जुटी है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत पर दुख प्रकट किया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर सवाल किया, ”औरैया की हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि आख़िर सरकार क्या सोचकर इन मजदूरों के घर जाने की समुचित व्यवस्था नहीं कर रही है? प्रदेश के अंदर मजदूरों को ले जाने के लिए बसें क्यों नहीं चलाई जा रही हैं?” प्रियंका ने आरोप लगाया, ”या तो सरकार को कुछ दिख नहीं रहा या वह सबकुछ देखकर अनजान बनी हुई है। क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है?”
बीजेपी प्रमुख जे पी नड्डा ने कहा, औरैया में मज़दूरों के असामयिक निधन की खबर से मन विचलित है। मेरा सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत कार्य में प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
BSP प्रमुख मायावती ने कहा कि कल ही UP के CM ने बयान दिया था कि जो भी मजदूर यहां आएंगे या यहां से गुजरेंगे, अधिकारी उनके ठहरने, खाने, सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करेंगे। लेकिन दुख की बात है कि CM के दिशा-निर्देशों को अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह से आज औरैया में बहुत बड़ा हादसा हुआ।
अखिलेश यादव ने कहा, ”घर लौट रहे प्रवासी मज़दूरों के मारे जाने की ख़बरें दिल दहलाने वाली हैं. मूलत: ये वो लोग हैं जो घर चलाते थे. इसलिए समाजवादी पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 लाख रु की मदद पहुंचाएगी. नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए निष्ठुर भाजपा सरकार भी प्रति मृतक 10 लाख रु की राशि दे.”