बिहार और झारखंड में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए सीएससी और सिडबी में समझौता
चिरौरी न्यूज
लखनऊ: झारखंड और बिहार में युवा उद्यमियों के लिए खुशखबरी है। दरअसल भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) और सीएससी एसपीवी ने बिहार और झारखंड में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता किया है।
सिडबी के हेडक्वार्टर लखनऊ में हुए इस समझौते का उद्देश्य राज्यों को स्टार्टअप केंद्र में बदलना, अर्थव्यवस्था और समाज की जटिल समस्याओं को हल करने के लिए नवाचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्टार्टअप को आर्थिक रूप से फलने-फूलने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है।
इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए स्वावलंबन कनेक्ट केंद्र स्थापित किए जाएंगे। भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) भारत में सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम वित्त कंपनियों के समग्र लाइसेंसिंग और विनियमन के लिए शीर्ष नियामक निकाय है। यह वित्त मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है।
एससीके का उद्देश्य इच्छुक उद्यमियों को जागरूक करना, कौशल को बढ़ावा देना और रोजगार सृजन के लिए मार्गदर्शन करने के लिए वन-स्टॉप सेंटर के रूप में उभरना है। ये केंद्र स्थानीय प्रतिभा और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे। बिहार में 35 और झारखंड में ऐसे 16 केंद्र खोले जायेंगे। एससीके नए सिरे से उद्यम स्थापित करने में मदद करेगा और मौजूदा आजीविका/उद्यमों को बढ़ने में सहायता भी प्रदान करेगा।
शिवसुब्रमण्यम रमन, चेयरमैन-सिडबी ने कहा, “सिडबी युवाओं की उद्यमशीलता आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। नए उद्यमों के लिए वित्त, परामर्श और बाजार तक पहुंच कुछ ऐसे कारक हैं जो स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की राह आसान बनाते हैं, और सीएससी-सिडबी की भागीदारी इन्हीं जरूरतों को पूरा करेगी।”
इस मौके पर सीएससी एसपीवी के एमडी-सीईओ संजय राकेश ने कहा, “डिजिटल सशक्तिकरण तेजी से ग्रामीण भारत में बदलाव ला रहा है। सीएससी पहले से ही अपनी ग्रामीण उद्यमिता के लिए पहचाना जाता है। हम देश भर में एक बड़े नेटवर्क के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा दे रहे हैं। सिडबी के साथ साझेदारी से ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता के लिए संभावनाओं में इजाफा होगा जिससे इन इलाकों में समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।”