अमेरिका ने 69 देशों पर बढ़ाया टैरिफ: ट्रंप का नया आदेश, भारत पर 25%, ब्राज़ील पर 50% शुल्क
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया कार्यकारी आदेश जारी करते हुए अमेरिका के 69 व्यापारिक साझेदार देशों पर आयात शुल्क बढ़ा दिए हैं। यह कदम आगामी शुक्रवार को होने वाले व्यापार समझौते की समयसीमा से पहले उठाया गया है। आदेश के अनुसार, ये नए शुल्क अगले सात दिनों में लागू हो जाएंगे।
नए टैरिफ के तहत सीरिया पर 41%, कनाडा पर 35%, ब्राज़ील पर 50%, भारत पर 25%, ताइवान पर 20% और स्विट्ज़रलैंड पर 39% तक शुल्क लगाया गया है। वहीं पाकिस्तान पर आयात शुल्क को 29% से घटाकर 19% कर दिया गया है।
‘व्यापार असंतुलन दूर नहीं हुआ’: ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने आदेश में कहा कि कुछ देशों ने अमेरिका के साथ व्यापारिक असंतुलन को दूर करने के लिए “पर्याप्त प्रयास नहीं किए” हैं या “आर्थिक व राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में अमेरिका के साथ पर्याप्त समन्वय नहीं किया है”।
ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में और व्यापार समझौते घोषित किए जाएंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारे पास कुछ डील्स हैं, लेकिन राष्ट्रपति से पहले हम उन्हें सार्वजनिक नहीं करेंगे।”
कनाडा और मैक्सिको को मिली छूट, फिर भी सख्ती
उत्तर अमेरिकी व्यापार समझौते (USMCA) के तहत कनाडा और मैक्सिको को कुछ छूट दी गई है। हालांकि, कनाडा से आने वाले फेंटेनिल से संबंधित उत्पादों पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 35% कर दिया गया है। व्हाइट हाउस ने कहा कि कनाडा फेंटेनिल प्रवाह को रोकने में सहयोग नहीं कर रहा।
मैक्सिको को गैर-ऑटोमोटिव और गैर-धातु उत्पादों पर 30% टैरिफ से 90 दिनों की छूट दी गई है। यह निर्णय ट्रंप और मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाउम के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद लिया गया।
हालांकि, मैक्सिकन स्टील, एल्युमिनियम, कॉपर और गैर-USMCA वस्तुओं पर 50% और 25% शुल्क लागू रहेगा।
ब्राज़ील पर बड़ी कार्रवाई, लेकिन कुछ क्षेत्रों को राहत
ट्रंप ने ब्राज़ील पर 50% टैरिफ लगाया है, जो लैटिन अमेरिका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यह निर्णय ब्राज़ील में उनके मित्र व पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लिया गया। हालांकि, विमान, ऊर्जा और संतरे के रस जैसे कुछ क्षेत्रों को छूट दी गई है।
भारत को 25% शुल्क, कृषि पर अड़ा अमेरिका
भारत पर 25% आयात शुल्क लगाया गया है। दोनों देशों के बीच कृषि क्षेत्र में पहुंच को लेकर मतभेद बने हुए हैं। अमेरिका चाहता है कि भारत अपने कृषि बाजार को और खोले, जबकि भारत ने अपने श्रम-प्रधान कृषि क्षेत्र की सुरक्षा की बात कही है। इस विवाद के चलते भारतीय रुपये में गिरावट देखी गई और विपक्ष ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।
दक्षिण कोरिया ने मानी बात, $350 बिलियन निवेश का वादा
दक्षिण कोरिया ने अमेरिका के साथ एक समझौते में 15% टैरिफ स्वीकार कर लिया है, जो पहले 25% तक बढ़ाया जाने वाला था। इसके बदले में दक्षिण कोरिया ने अमेरिका में $350 अरब निवेश का वादा किया है, जिसकी परियोजनाएं ट्रंप स्वयं चुनेंगे।
चीन के साथ वार्ता की नई डेडलाइन 12 अगस्त
अमेरिका और चीन के बीच भी व्यापार विवाद अब भी अनसुलझा है। ट्रंप प्रशासन ने बीजिंग को 12 अगस्त तक की डेडलाइन दी है, ताकि दोनों देश मौजूदा टैरिफ युद्ध को खत्म कर सकें और दुर्लभ खनिजों के निर्यात से जुड़े मुद्दों का समाधान किया जा सके।