बीएचयू के छात्रों ने वीसी के साथ बातचीत के बाद खत्म किया धरना
चिरौरी न्यूज़
वाराणसी: देश में जहाँ एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, तो वहीँ दूसरी ओर बनारस विश्व हिन्दू परिषद् के छात्र भी अपनी कुछ मांगों के साथ धरने पर बैठे हैं। पिछले एक सप्ताह से इस कड़ाके की ठंढ में छात्र अपनी तीन मांगों के लिए धरने पर बैठे हुए थे। हालांकि वीसी से बातचीत के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त करने का निर्णय लिया है।
क्या थी इन छात्रों की मांग?
इन छात्रों की तीन मांगे थी:-
1. पुस्तकालय यानी लाइब्रेरी का खोला जाना ताकि विद्यार्थी पढ़ सके।
2. होस्टल का खोला जाना।
3. शंकाय यानी लैबोरेट्री का खोला जाना।
आखिर क्यों इन मांगो को लिए धरने पर बैठे थे छात्र?
कोरोना महामारी से पढ़ाई ऑफ़लाइन हो रही थी। यहाँ पढ़ने वाले काफी छात्र गाँव में रहते हैं जहां नेटवर्क की समस्या आम बात है।अगले महीने से शुरू होने वाली परीक्षा की समस्या का निदान एक मात्र ऑफ़लाइन क्लास ही है जिसके कारण छात्र कड़ाके की ठण्ड में भी धरने पर बैठे हुए थे।
कैसे खत्म हुआ ये धरना?
धरने पर बैठे छात्रों से बीएचयू के वीसी ने बातचीत कर इस समस्या का निदान दिलवाने के आश्वासन दिया है। हालांकि, पहली वार्ता के बात कुछ छात्रों ने अपने धरने को खत्म करने का फैसला ले लिया था तो वही कुछ छात्रों का मानना था कि सिर्फ उनकी बातचीत से यह कैसे मान लिया जाए कि उनकी मांगों पर गौर फरमाया जाएगा।
गुरुवार को देर रात करीब ढाई बजे छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की वारदात के बाद छात्रों ने अपने धरने को जारी रखने का निर्णय लिया था। लेकिन वीसी के साथ पांच छात्रों की दुबारा बैठक के बाद सभी छात्रों ने अपने धरने को खत्म करने का निर्णय लिया।