बिग बाजार फाउंडर किशोर बियानी ने कहा, कोरोना की वजह से बिजनेस बेचने के अलावा कोई चारा नहीं था
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: कोरोना ने पूरे विश्व में कहर मचा दिया है, जिसमें मजदूर से लेकर बड़े बड़े अरबपतियों तक को अपने कारोबार से मरहूम कर दिया है। कुछ दिनों पहले तक रिटेल कारोबार में फ्यूचर ग्रुप का कोई टक्कर नहीं था, लेकिन कोरोना की मार ऐसी पड़ी कि रिलायंस के हाथों पूरा कारोबार बेचना पड़ा।
फ्यूचर ग्रुप के फाउंडर किशोर बियानी ने पहली अपने कारोबार को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, “कोरोनावायरस की वजह से चार महीने में ही उन्हें 7000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का नुकसान हो गया था। कई स्टोर बंद हो गए थे, ऐसे में उनके पास रिलायंस रिटेल को अपना कारोबार बेचने के अलावा कोई उपाय नहीं था।”
बियानी ने कहा, ” अपने कारोबार को बिकने से बचाने के लिए हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा था, क्योंकि रेंट और ब्याज तो आपको हर महीने देना ही पड़ता है।” कोरोना वायरस के कारण फ्यूचर समूह की कंपनियां कर्ज में दबती चली गईं। फ्यूचर ग्रुप 12,989 करोड़ रुपये के भारी-भरकम खर्च में फंस गया। किशोर बियानी को अपने सारे शेयर गिरवी रखने पड़े और जब उस से भी बात नहीं बनी तो आखिरकार उन्हें रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड के हाथों रिटेल, होलसेल लॉजिस्टिक्स और स्टोरेज कारोबार को एकमुश्त 24,713 करोड़ रुपए में बेचना पड़ा।