भाजपा ने तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन पर बोला जोरदार हमला, वादों को बताया “अव्यावहारिक” और “अवास्तविक”

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली:पटना: बिहार चुनावों के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को इंडिया गठबंधन (राजद-कांग्रेस-वाम दलों का गठजोड़) पर तीखा हमला बोला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने गठबंधन के चुनावी वादों को “झूठा सपना” बताते हुए उन्हें राज्य की आर्थिक हकीकत से कोसों दूर बताया। उन्होंने गठबंधन की “परिवारवाद” की संस्कृति को बिहार की प्रगति में बाधक करार दिया।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रिवेदी ने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि वे अब तक न तो सीटों का बंटवारा तय कर पाए हैं, न ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर पाए हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग बिहार की मतदाता सूची में गड़बड़ी का झूठा शोर मचा रहे थे, वे खुद अपने गठबंधन में तालमेल नहीं बना पा रहे हैं।”
तेजस्वी यादव के चुनावी वादों को आड़े हाथ लेते हुए त्रिवेदी ने कहा, “तेजस्वी का एक परिवार-एक सरकारी नौकरी का वादा पूरी तरह अव्यावहारिक और मजाक है। बिहार की आबादी करीब 13 करोड़ है। अगर हर परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए तो करीब 3 करोड़ नौकरियां चाहिए होंगी, जिस पर करीब 10 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। जबकि बिहार का वार्षिक बजट सिर्फ 3.17 लाख करोड़ रुपये है।”
उन्होंने कहा, “यह भगवान बुद्ध की धरती है, जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश मत करिए। यह मेरी तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन से अपील है।”
महिलाओं के सशक्तिकरण पर बोलते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए सरकार के आने के समय बिहार में महिला साक्षरता दर 33% थी, जो अब बढ़कर 77% हो गई है। “लखपति दीदी, ड्रोन दीदी, और सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं।”
नई पार्टी ‘जन सुराज’ पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “बिहार की राजनीति में किसी तरह का प्रयोगात्मक प्रयोग उचित नहीं है। दिल्ली में भी जनता ने नए दल से धोखा खाया। बिहार के लिए सिर्फ नीतीश कुमार जैसी अनुभवी और सिद्ध नेतृत्व ही विकास की गारंटी दे सकता है।”
राजद पर परिवारवाद और जातिवादी राजनीति का आरोप लगाते हुए त्रिवेदी ने कहा, “राजद में पूरा परिवार सत्ता में है — लालू यादव पार्टी अध्यक्ष हैं, तेजस्वी नेता विपक्ष हैं, राबड़ी देवी विधान परिषद में विपक्ष की नेता हैं। क्या यही पिछड़े वर्गों की सच्ची सेवा है?”
उन्होंने लालू यादव के पुराने नारे, “वोट डालो नहीं, वोट दो अपनी जाति को”, को याद दिलाते हुए कहा कि यह गठबंधन आज भी वैसी ही जातिवादी सोच से ग्रस्त है।
