औरंगाबाद का नाम बदलने को लेकर महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना में ठनी

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में औरंगाबाद का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस शिवसेना में ठन गयी है और इसके कारण विधानसभा में तकरार के आसार बढ़ते नजर आ रहा है। आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आधिकारिक कार्यालय के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया गया कि मुख्यमंत्री उद्धव बाला साहेब ठाकरे ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को एक रिमाइंडर भेजा है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदलने के लिए एक अधिसूचना जारी करनी चाहिए।

साथ ही कहा गया है कि राज्य मंत्रिमंडल ने छत्रपति संभाजी महाराज के बाद औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम तय किया है। इस आशय का एक प्रस्ताव भी दोनों सदनों में विधायिका के बजट सत्र में सर्वसम्मति से पारित किया गया है।

नामकरण को लेकर मुख्य सचिव के स्तर से केंद्रीय मंत्रालय से भी पत्राचार किया गया है। उसके बाद, औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज हवाई अड्डा करने की अधिसूचना जल्द-से-जल्द जारी की जानी चाहिए।

इधर, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि औरंगजेब धर्म निरपेक्ष नहीं था। धर्म निरपेक्ष शब्द उसे शोभा नहीं देता। मालूम हो कि मुगल काल में औरंगजेब के शासनकाल में औरंगाबाद दक्खन प्रांत का मुख्यालय था। इसका नाम मुगल सम्राट औरंगजेब से लिया गया था।

मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रमुख और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा आपत्ति जताते हुए कहा कि ”सामाजिक सद्भाव के लिए किसी भी शहर के नाम को बदलने का हम कड़ा विरोध करते हैं।” साथ ही कहा कि सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय को शहरों का नाम नहीं बदलना चाहिए।” उन्होंने कहा कि ”छत्रपति संभाजी महाराज हमारे आराध्य देव हैं। आइए, उनके नाम का उपयोग करते हुए नामकरण की राजनीति नहीं करें और औरंगाबाद के विकास के लिए हम सब मिल कर काम करें।

कांग्रेस नेता के आपत्ति जताने पर शिवसेना नेता संजय राउत ने पलटवार करते हुए कांग्रेस से सवाल किया कि क्या सरकारी दस्तावेजों में संभाजी महाराज के नाम का इस्तेमाल करना अपराध है? साथ ही उन्होंने कहा है कि क्या वह बीजेपी से यह कहने की हिम्मत दिखायें कि बिहार में औरंगाबाद का नाम बदल दिया जाये।

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