कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित दिव्यांग समुदाय है: संयुक्त राष्ट्र
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: वैसे तो कोरोना बीमारी किसी खास धर्म, समुदाय, उम्र या फिर जेंडर देखकर नहीं होता। ये एक ऐसी महामारी है जो किसी को भी अपने चपेट में ले सकता है। दुनियां भर के वैज्ञानिक इस कोशिश में लगे हुए हैं कि इस महामारी का अंत जल्द से जल्द हो जाय और सभी देशों के नागरिक अपने सामान्य काम काज करने लगें।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा है कि पूरी दुनियां में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभवित दिव्यांग समुदाय हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने दुनियाभर के विकलांग, गरीबों और बुजुर्गों को लेकर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि विश्व की एक अरब विकलांग आबादी कोरोना महामारी की चपेट में है। संयुक्त राष्ट्र के महासिचव एंटोनियो गुटेरेस ने एक वीडियो रिपोर्ट में कहा है कि समाज के सबसे अधिक हाशिए पर रहने वाले सदस्य कोरोना संकट की चपेट में हैं। ये लोग पहले ही गरीबी, हिंसा, उपेक्षा और शोषण का सामना कर रहे हैं और अब यह महामारी इनके लिए नए खतरे पैदा कर रही है।
अगर ये लोग COVID-19 की चपेट में आते हैं तो यह तेजी से इनमें फैलना शुरू हो जाएगा और फिर परिणामस्वरूप इनकी मृत्यु हो सकती है और स्थिति काफी गंभीर हो जाएगी। गुटेरस ने कहा कि केयर होम में कोरोना की वजह से हुई मौतों में ज्यादातर विकलांग बुजुर्ग शामिल हैं।