दलित बनाम सवर्ण या बघेल बनाम सिंहदेव

पंकज चौधरी 

रायपुर: छतीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के दावेदार टीएस सिंहदेव की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। पहले कांग्रेस आला कमान ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेरा। और इस बार उनके अति उत्साही समर्थक ही उनके लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। टीएस सिंहदेव के एक कट्टर समर्थक पंकज सिंह पर एक दलित को प्रताड़ित करने का आरोप है। पंकज सिंह न सिर्फ सिंहदेव के समर्थक हैं बल्कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिब पद पर कार्यरत भी हैं। लेकिन अब ये आरोप बघेल बनाम टीएस सिंहदेव की लड़ाई की शक्ल अख्तियार कर रहा है।

पिछले दिनों ( 18 सितंबर ) बिलासपुर में सिम्स हॉस्पिटल में दिनांक एक मरीज के इलाज में विलंब होने पर मरीज के परिजनों ने अपने परिचित पंकज सिंह को बुलाया । वहाँ पंकज सिंह ने रेडियोग्राफर तुला चंद्र टांडे के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की। मारपीट के दरम्यान तुला चंद्र का कपड़ा फट गया। ये सारी वारदात पास के सीसीटीवी में कैद हो गई।

देर शाम तुलाचंद्र के लिखित शिकायत पर थाना कोतवाली में आईपीसी धारा 186 353 एवं छत्तीसगढ़ चिकित्सा सेवक एवं चिकित्सा सेवा संस्थान हिंसा एवं संपत्ति की क्षति या हानि की रोकथाम अधिनियम की धारा 4 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है ।

बिलासपुर के एसपी दीपक झा ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज एवं गवाहों के कथन के आधार पर थाना कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर विवेचना की जा रही है।

बहरहाल , पंकज सिंह पर दर्ज एफआईआर अब सियासी बयानबाजी में उलझता नजर आ रहा है। विलासपुर के कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय ने पुलिस और बघेल सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिना जांच के एफआईआर दर्ज की गई है और जान-बूझ कर टीएस सिंहदेव के समर्थकों के खिलाफ एफआई आर दर्ज की जा रही है।

दूसरी तरफ अस्पताल के दलित कर्मचारी  राज्य की भूपेश बघेल सरकार के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। पंकज सिंह को इलाके में टीएस सिंहदेव का कट्टर समर्थक माना जाता है और वो सवर्ण राजपूत लाबी का प्रतिनिधित्व करते हैं। दूसरी तरफ , दलित तुलाचंद्र टांडे ने तमाम चश्मदीद गवाहों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ये साबित करने की कोशिश की है कि उसको प्रताड़ित किया गया है औऱ उसे इंसाफ मिलनी ही चाहिए।

गौरतलब है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गलत बयानी के आधार पर अपने पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया और वो जेल भी गए ।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनितिक विश्लेषक हैं.)

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