भारत के खिलाफ कारगिल युद्ध लड़ने के लिए ठुकराई थी करोड़ों की डील: शोएब अख्तर का दावा
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर भी लगता है शहीद अफरीदी की राह चल पड़े हैं। पहले शहीद अफरीदी ने भारत के खिलाफ अनाप शनाप कहा था, अब शोएब अख्तर ने कहा है कि कारगिल युद्ध लड़ने के लिए उन्होंने काउंटी क्रिकेट का कड़ोरों का करार ठुकरा दिया था।
शोएब अख्तर ने ये बातें एक पाकिस्तान की न्यूज चैनल अरी न्यूज़ (ARY News) को दिए इंटरव्यू में कही है। उन्होंने कहा की साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध में लड़ने के लिए अपने काउंटी क्रिकेट क्लब की डील भी छोड़ दी थी।
शोएब अख्तर ने न्यूज़ चैनल से कहा, “लोगों को शायद ही यह कहानी जानते हैं। मेरा नॉ़टिंघमशायर के साथ 175000 पाउंड (38,136,243 करोड़ पाकिस्तानी रुपये आज के हिसाब से) का करार था। इसके बाद 2002 में मेरा एक और बड़ा करार हुआ था। मैंने ये दोनों ही करार ही छोड़ दिए जब कारगिर हुआ था।”
इस से पहले भी अख्तर ने भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग की पिटाई करने की बात कही थी जिसपर उनकी सोशल मीडिया में बहुत ही मजम्मत हुई थी। अख्तर ने कहा कि इस युद्ध का कोड नाम ऑपरेशन विजय रखा गया था और इसे 16000 फीट की उंचाई पर लड़ा गया था जहां 1042 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इस युद्ध में भारत के 527 जवानों ने भी शहादत दी थी।
अख्तर ने कहा कि, “मैं लाहौर की सरहद पर खड़ा था। एक जनरल ने पूछा मैं यहां क्या कर रहा हूं। मैंने कहा युद्ध शुरू होने वाली है और हम सभी साथ में मरेंगे। मैंने दो बार काउंटी क्रिेकट को ऐसे ही छोड़ा और पूरा देश इस वजह से शॉक में आ गया था। मैं उसको लेकर चिंतित नहीं था। मैंने अपने दोस्त को कश्मीर में फोन किया और कहा मैं लड़ने के लिए तैयार हूं।”
कश्मीर से लगाव सभी पाकिस्तानियों को है, क्रिकेटर भी इस से अछूते नहीं हैं, लेकिन शायद ये पहली बार है जब पाकिस्तान के कोई क्रिकेटर ये कह रहा है कि वो सरहद पर युद्ध के लिए तैयार था। शाहिद अफरीदी ने कश्मीरियों की आज़ादी को लेकर भड़काऊ बातें कही थी, उसके पहले उन्होंने कोरोना के लिए अपने फाउंडेशन की तरफ से फण्ड जुटाने के लिए भारतीय क्रिकेटर से अपील किया था। युवराज और हरभजन सिंह जैसे कई लोगों ने अफरीदी के लिए अपील भी किया था। लेकिन जब अफरीदी कश्मीर की बात कहने लगे तो सभी खिलाडियों ने जो उनकी मदद को आगे आये थे, उनकी जैम कर आलोचना की थी। अब शोएब अख्तर को भी राजनीति का बुखार चढ़ा है।