किसानों से फिर नहीं बनी बात, अगली बैठक 15 जनवरी को

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: विज्ञान भवन में किसानों संगठन और केंद्र सरकार के बीच आठवें दौर की वार्ता एकबार फिर से बेनतीजा रही लेकिन दोनों पक्ष अगली बैठक 15 जनवरी को एक बार फिर से बातचीत करेंगे, जिसमें कोई नतीजा निकलने की उम्मीद जाहिर की गयी है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि वार्ता के दौरान किसानों ने प्लेकार्ड लहराए। इन प्लेकार्ड में पंजाबी में लिखा था, या तो मरेंगे या जीतेंगे और कानून वापस तो घर वापस।

बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान नेताओं के साथ बातचीत में आज कोई हल नहीं निकला। 15 जनवरी को दोपहर 12 बजे फिर से बैठक होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों से विकल्प मांगा था। लेकिन, किसान नेता विकल्प नहीं दे पाये।

बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद रहें। जानकारी के मुताबिक, आज कि बैठक में कृषि मंत्री ने किसान संगठनों से कहा कि ये कानून पूरे देश के लिए हैं और उनको पंजाब-हरियाणा के अलावा पूरे देश के बारे में सोचना चाहिए। वहीं, किसान नेता राजेवाल ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से कहा कि कानून वापस लिए जाए और राज्यों को कानूनों पर फैसला करने दिया जाना चाहिए।

वार्ता में किसान संगठन तीनो क़ानून वापस लेने की मांग पर अड़े हुए थे और आज सरकार के साथ बैठक के दौरान किसान नेता लंच के लिए मीटिंग हॉल से बाहर नहीं निकले। केवल केंद्रीय मंत्री बाहर गये।

उधर, जंतर-मंतर पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के सांसद और नेता आज राहुल गांधी के आवास पर पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने पहुंचे। केंद्र सरकार के साथ होने वाली 8वें दौर की वार्ता से पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उम्मीद जताते हुए कहा था कि सरकार कुछ न कुछ हल निकाल लेगी।

इससे पहले प्रदर्शनकारी किसानों ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैलियां निकाली और नये कानून को रद्द करने की मांग दुहराई। जबकि, केंद्र सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि वह इन कानूनों वापस लेने के अलावा हर प्रस्ताव पर विचार के लिए तैयार है। ऐसे में सबकी नजर आज होने वाली बैठक पर जा टिकी थी।

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