लालू के दबाव में झुका महागठबंधन, तेजस्वी होंगे सीएम चेहरा
चिरौरी न्यूज
पटना: बिहार की सियासत में बड़ा मोड़ आने वाला है। महागठबंधन में लंबे समय से चल रही खींचतान के बीच आखिरकार राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की रणनीति काम कर गई। कांग्रेस समेत सभी सहयोगी दलों ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा मानने पर सहमति जता दी है। सूत्रों के मुताबिक, आज इसकी औपचारिक घोषणा होने की पूरी संभावना है, जिससे चुनावी मैदान में महागठबंधन एकजुट होकर उतरने की तैयारी में है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध के बीच अब बड़ी सहमति बन गई है। सूत्रों के अनुसार, सभी सहयोगी दलों ने राजद नेता तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने पर अपनी सहमति दे दी है। संभावना है कि इस संबंध में आज औपचारिक घोषणा की जाएगी।
राजद सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के सभी घटक दल तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने पर तैयार हैं। इसी के साथ गठबंधन अपने चुनावी नारे “चलो बिहार, बदलें बिहार” का भी अनावरण करने जा रहा है।
यह फैसला नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन लिया गया है, जब सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत आखिरी दौर में चल रही थी। संकट को सुलझाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को पटना पहुँचे और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव तथा तेजस्वी यादव से मुलाकात की।
बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आज राजस्थान के आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के साथ मेरी एक सार्थक चुनावी चर्चा हुई।”
पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने गठबंधन में मतभेद की खबरों को नकारते हुए कहा कि, “243 सीटों में से 5-10 सीटों पर अगर ‘दोस्ताना लड़ाई’ होती है, तो यह कोई बड़ी बात नहीं है।”
वर्तमान में गठबंधन के भीतर करीब एक दर्जन सीटों पर मतभेद जारी हैं। बछवाड़ा, राजापाकर और बिहारशरीफ जैसी सीटों पर नाम वापस लेने की समयसीमा समाप्त हो चुकी है। वहीं लालगंज सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार वापस ले लिया है। प्राणपुर (कटिहार) समेत कुछ अन्य सीटों पर भी एक ही उम्मीदवार के पक्ष में सहमति बन गई है।
राजद ने सोमवार को अपने 143 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, जबकि कांग्रेस ने अब तक 61 उम्मीदवारों की घोषणा की है। गठबंधन छह नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले अंतिम सूची तैयार करने की कोशिश में है।
गठबंधन के भीतर तनाव के बावजूद, राजद ने महिला मतदाताओं को साधने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है। तेजस्वी यादव ने घोषणा की है कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो ‘जीविका दीदी’ समुदाय की 1.5 लाख कार्यकर्ताओं को स्थायी नौकरी और 30,000 रुपये मासिक वेतन दिया जाएगा। इसके अलावा महिलाओं को दिए गए ऋण माफ किए जाएंगे, दो साल तक ब्याज मुक्त ऋण और 5 लाख रुपये तक का बीमा कवरेज दिया जाएगा।
उधर, टिकट वितरण के बाद कांग्रेस के भीतर असंतोष बढ़ गया है। पार्टी के कई नेताओं ने बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम पर टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं। असंतुष्ट नेता गुरुवार को सदाकत आश्रम, कांग्रेस मुख्यालय, पर विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।
राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि आज तेजस्वी यादव के नाम की औपचारिक घोषणा के साथ महागठबंधन अपने चुनाव अभियान को नई दिशा देने की कोशिश करेगा।
