फ्रेंच ओपन फाइनल में कार्लोस अल्कराज से हार के बाद जन्निक सिनर बोले, “यादों को मिटाने की कोशिश करूंगा”

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी जन्निक सिनर ने रविवार को रोलां गैरोस के ऐतिहासिक फाइनल में कार्लोस अल्कराज के हाथों पांच सेटों में मिली हार को भूलने की कोशिश करने की बात कही। रोमांचक मुकाबले में अल्कराज ने तीन चैंपियनशिप प्वाइंट बचाते हुए वापसी की और खिताब अपने नाम किया।
मैच का स्कोर रहा: 4-6, 6-7 (4/7), 6-4, 7-6 (7/3), 7-6 (10/2) — जो कि रोलां गैरोस इतिहास का सबसे लंबा फाइनल साबित हुआ।
सिनर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “बिलकुल, ये हार बहुत तकलीफ देती है। अभी ज़्यादा कुछ कहने को नहीं है। यह एक बहुत उच्च स्तरीय मुकाबला था, लंबा चला, और कभी-कभी ऐसा हो जाता है।”
सिनर को फाइनल में 2-0 सेट की बढ़त मिली थी और चौथे सेट में 5-3 की स्थिति पर तीन चैंपियनशिप प्वाइंट भी मिले, लेकिन अल्कराज ने जबरदस्त संघर्ष दिखाया और मुकाबले को पलट दिया।
“अब इसे मिटाने की कोशिश करेंगे”
23 वर्षीय सिनर का यह किसी ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहला हार था। इससे पहले उन्होंने लगातार दो ग्रैंड स्लैम — यूएस ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन — जीतकर तहलका मचाया था। ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में उन्होंने दो सेट से पीछे रहकर दानिल मेदवेदेव को हराया था, लेकिन पेरिस में वही कहानी उलटी हो गई।
“मैं हर सेट के बाद दिमाग को रीसेट करने की कोशिश करता हूं। ग्रैंड स्लैम में आप हर बार ज़ीरो से शुरू करते हैं। मैं मानसिक रूप से मैच में बना रहा, लेकिन जब सब खत्म हो गया, तो भावनाएं हावी हो जाती हैं। अब कुछ बदला नहीं जा सकता,” उन्होंने कहा।
अब सिनर की नज़रें विंबलडन पर हैं, जो जून के अंत में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि वो अपने परिवार की सादगी और समर्थन से इस हार से उबरने की कोशिश करेंगे।
“मेरे पिता आज यहां नहीं थे क्योंकि वो काम कर रहे थे। हमारा परिवार बहुत साधारण है, सफलता से हमारे रिश्ते नहीं बदलते। यह हार तकलीफदेह है, लेकिन आप हमेशा रोते नहीं रह सकते। जीवन चलता रहता है,” सिनर ने भावुक होते हुए कहा।
यह मुकाबला दो युवा सितारों — अल्कराज (22) और सिनर (23) — के बीच पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल था, और इसने टेनिस जगत में नई उम्मीदें जगा दी हैं।
“यह अच्छा है कि हम इतना बेहतरीन टेनिस खेल पा रहे हैं। यह पूरे खेल के लिए अच्छा है, दर्शकों के लिए अच्छा है। माहौल शानदार था और इसका हिस्सा बनना मेरे लिए खास है,” सिनर ने कहा।
“बिलकुल, ट्रॉफी मेरे पास नहीं है इसका दुख है, लेकिन अब इसे बदला नहीं जा सकता।”