यूपीआई ने रचा नया इतिहास: भारत में कैशलेस क्रांति की अगुवाई कर रहा डिजिटल पेमेंट सिस्टम: निर्मला सीतारमण

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली, 9 जून 2025 — केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारत एक कैशलेस क्रांति की दिशा में तेजी से अग्रसर हो रहा है, जिसमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) जैसी विश्वस्तरीय डिजिटल पहलों की अहम भूमिका है।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए पोस्ट में वित्त मंत्री ने लिखा, “भारत कैशलेस क्रांति को अपना रहा है। रोजाना ₹70,000 करोड़ से अधिक के UPI लेन-देन और एक ही दिन में 59.6 करोड़ ट्रांजैक्शनों के साथ डिजिटल भुगतान अब आम जीवन का हिस्सा बन चुका है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों में भारत ने एक अद्वितीय डिजिटल यात्रा पूरी की है। यह न केवल आम नागरिकों के जीवन को सरल बना रही है, बल्कि व्यापारिक विश्वास को भी मज़बूत कर रही है।
UPI में रिकॉर्ड वृद्धि
मई 2025 में UPI ने 18.68 बिलियन ट्रांजैक्शनों को प्रोसेस किया, जो अप्रैल के 17.89 बिलियन से अधिक है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार, यह पिछले साल मई के 14.03 बिलियन ट्रांजैक्शनों की तुलना में 33% की सालाना वृद्धि दर्शाता है।
वित्तीय लेनदेन के मूल्य की बात करें तो मई में यह आंकड़ा बढ़कर ₹25.14 लाख करोड़ पहुंच गया, जो अप्रैल के ₹23.95 लाख करोड़ से 5% अधिक है। पिछले वर्ष मई में यह आंकड़ा ₹20.45 लाख करोड़ था, यानी 23% की सालाना बढ़ोतरी।
औसतन हर दिन 60.2 करोड़ लेन-देन
दैनिक ट्रांजैक्शन मूल्य: ₹81,106 करोड़
UPI का बढ़ता वर्चस्व
वित्तीय वर्ष 2024-25 में UPI का भारत के कुल डिजिटल लेन-देन में हिस्सा 83.7% तक पहुंच गया, जो कि पिछले वर्ष 79.7% था।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2024-25 में UPI के माध्यम से कुल 185.8 बिलियन ट्रांजैक्शन किए गए — जो पिछले वर्ष की तुलना में 41% अधिक है। मूल्य की दृष्टि से यह ट्रांजैक्शन ₹200 लाख करोड़ से बढ़कर ₹261 लाख करोड़ हो गया।
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि भारत सिर्फ सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था ही नहीं, बल्कि डिजिटल नवाचार और जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दों पर एक प्रमुख आवाज भी बन चुका है।