विश्वशांति के लिए भारत का रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना जरुरी: पीएम मोदी   

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाने की बात समय समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर चुके हैं। आज उन्होंने फिर एक बार भारत के लिए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की बात कही है। आज प्रधानमंत्री ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य देश को सक्षम बनाना है ताकि विश्व में शांति कायम रखी जा सके।

बता दें कि भारत का सम्बन्ध चीन के साथ विगत कुछ महीनों में बहुत ही ख़राब दौर से गुजर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का ये वक्तव्य इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। मोदी आज डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (डीएमए) और फिक्की द्वारा आयोजित ‌वेबिनार ‘रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर’ में बोल रहे थे। हालांकि प्रधानमंत्री का इस वेबिनार में बोलने का कार्यक्रम नहीं था, लेकिन वे अचानक‌ इस वेबिनार के समापन के समय जुड़ गए और करीब 18 मिनट तक संबोधित किया।‌

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर से ग्लोबल इकोनॉमी को तो स्थिरता मिलेगी ही साथ ही भारत भी सक्षम बन पाएगा, जो विश्वशांति के लिए बेहद जरूरी है और आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य भी है। पीएम ने भी कहा कि आत्मनिर्भर-भारत सिर्फ देश के लिए ही नहीं है बल्कि मित्र-देशों को हथियार और साजों सामान भी सप्लाई किए जा सकते हैं, जिससे भारत के हिंद महासागर क्षेत्र में नेट-सिक्योरिटी प्रोवाइडर की भूमिका और मजबूत होगी।

इस ‌वेबिनार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित डिफेंस इंड्रस्टी के लोग मौजूद थे। इस दौरान सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा, “हम स्वदेशी हथियारों से युद्ध लड़ें और विजय होकर लौटें, इससे बड़ी खुशी हमें नहीं मिल सकती।”

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर-भारत को सफल बनाने के लिए वे ‘मिशन-मोड’ में हैं। रक्षा मंत्री ने वेबिनर को संबोधित करते हुए कहा कि “आज के समय में तकनीक ही क्षमता हासिल होगी और वही देश अग्रणी होगा जो कटिंग ऐज टेक्नोलॉजी का इ‌स्तेमाल करेगा। ये बेहद जरूरी है कि भारत की सैन्य-ताकत स्वदेशी तकनीक पर आधारित हो तभी ‘हम सामरिक-आत्मनिर्भरता का इस्तेमाल कर सकेंगे।”

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