हिन्द महासागर क्षेत्र में भारतीय और अमेरिकी वायुसेना

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में मित्र देशों के रक्षा बलों के साथ रणनीतिक पहुंच अभ्यास के रूप में भारतीय वायु सेना दिनांक 23 और 24 जून 2021 को रोनाल्ड रीगन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) के साथ किए जाने वाले अभ्यास में अमेरिकी नौसेना के साथ सैन्य अभियान संबंधी कार्यक्रमों में भाग लेगी। कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) फिलहाल आईओआर में तैनात है ।

दक्षिणी वायु कमान के एओआर में होने वाले इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना चार ऑपरेशनल कमांड के तहत ठिकानों से काम करेंगी और इसमें जगुआर और सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान, अवाक्स, एईडब्ल्यूएंडसी और एयर टू एयर रिफ्यूलर एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। अमेरिकी सीएसजी द्वारा एफ-18 लड़ाकू विमान और ई-2सी हॉकआई एईडब्ल्यूएंडसी विमान मैदान में उतारे जाने की उम्मीद है। यह अभ्यास दो दिन तक पश्चिमी समुद्र तट पर तिरुवनंतपुरम के दक्षिण में किया जाएगा।

भारतीय वायुसेना को हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री अभियानों का व्यापक अनुभव है। यह अंतरराष्ट्रीय अभ्यासों में भागीदारी सहित देश के द्वीप क्षेत्रों से युद्धाभ्यास के संचालन के वर्षों के अनुभव से हासिल किया गया है। हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय वायुसेना की बहुआयामी क्षमता में इस क्षेत्र में मित्र राष्ट्रों के लिए किए गए मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) मिशन और लॉजिस्टिक्स सहायता भी शामिल है। अमेरिकी सीएसजी के साथ यह जुड़ाव एक दोस्ताना विदेशी शक्ति के साथ समुद्री क्षेत्र में संयुक्त अभियान शुरू करने का एक और अवसर प्रदान करता है।

अमेरिकी सीएसजी के साथ अभ्यास में अंतरसंचालनीयता के पहलुओं को बढ़ाने, अंतरराष्ट्रीय एकीकृत समुद्री एसएआर संचालन की बारीकियों और समुद्री वायुशक्ति डोमेन में सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों के आदान-प्रदान समेत कई क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

 

 

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