भारतीय टीम 11 वर्षों के बाद घरेलू टेस्ट शृंखला हारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: न्यूजीलैंड ने शनिवार को महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) स्टेडियम में 113 रनों की जीत के साथ 2-0 की ऐतिहासिक बढ़त हासिल की, जिससे भारत का घरेलू टेस्ट सीरीज में 12 साल का अजेय क्रम समाप्त हो गया। यह हार भारत की पहली घरेलू टेस्ट सीरीज हार है, क्योंकि 2012 में इंग्लैंड की एलिस्टेयर कुक की अगुआई वाली टीम ने मेजबान टीम को 2-1 से हराया था। इन 12 वर्षों में भारत ने 18 टेस्ट सीरीज खेलीं, जिनमें 52 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से 42 जीते, चार हारे और छह ड्रॉ रहे।
इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने भारत में अपनी पहली श्रृंखला जीती, जिसमें मिशेल सैंट्नर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में कुल 13 विकेट लिए।
तीसरे दिन का खेल दिन की शुरुआत न्यूजीलैंड के 198 पर 5 विकेट के साथ हुआ, जहां उनकी बढ़त 301 रन की थी। टॉम ब्लंडेल और ग्लेन फिलिप्स ने एक मजबूत शुरुआत की, लेकिन रविंद्र जडेजा ने जरूरी विकेट लेकर न्यूजीलैंड की पारी को 255 रनों पर समेट दिया।
भारतीय पारी की शुरुआत यशस्वी जायसवाल के तूफानी अंदाज में हुई, जिन्होंने टिम साउथी के खिलाफ छक्का जड़ा। हालांकि, रोहित शर्मा का खराब प्रदर्शन जारी रहा और सैंटर्नर ने उन्हें आउट किया। जायसवाल ने 77 रन बनाए, लेकिन उसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने एक के बाद एक विकेट गंवाए। अंत में भारत 245 रनों पर आउट हो गया, और न्यूजीलैंड ने 113 रनों से जीत दर्ज की।
भारत ने इस श्रृंखला से पहले अपनी योजना बनाई थी कि वे तीनों मैच जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए मजबूती से तैयार होंगे। लेकिन पुणे में हार ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी पर।
वहीं, न्यूजीलैंड ने अपने स्टार खिलाड़ी केन विलियमसन के बिना भी मजबूती दिखाई। Devon Conway और Rachin Ravindra ने भारतीय स्पिनरों को शुरुआती ही ओवर से परेशान किया। सैंटर्नर की शानदार गेंदबाजी और टॉम लाथम की कप्तानी ने उन्हें इस ऐतिहासिक जीत तक पहुंचाया।
अब भारतीय टीम को मुंबई में अगले टेस्ट में एक वापसी की जरूरत है ताकि वे ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले कुछ गति प्राप्त कर सकें।