जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर हैंडल संक्षिप्त रूप से हैक, जांच के दिए गए आदेश
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: अज्ञात हैकरों ने गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय के ट्विटर हैंडल को हैक कर लिया। पिछले हफ्ते एम्स-दिल्ली का सर्वर हैक होने के बाद किसी सरकारी साइट पर यह दूसरा बड़ा साइबर अटैक है। ऐसा माना जाता है कि हैकिंग मंगलवार की सुबह हुई जब पेज पर संदिग्ध गतिविधि देखी गई।
क्रिप्टो वॉलेट सुई वॉलेट को बढ़ावा देने वाला एक ट्वीट सबसे पहले जल शक्ति मंत्रालय के अकाउंट से सुबह 5:38 बजे पोस्ट किया गया था। सुई के लोगो और नाम को दिखाने के लिए इसकी कवर फोटो के साथ अकाउंट की प्रोफ़ाइल तस्वीर को भारतीय ध्वज से सुई के लोगो में भी बदल दिया गया था। मंत्रालय के हैंडल से किए गए मूल ट्वीट में कई अज्ञात खातों को भी टैग किया गया था और बाद के ट्वीट और उद्धरण वाले ट्वीट में भी इसी पैटर्न का पालन किया गया था।
कुछ ही समय बाद खाते को बहाल कर दिया गया और संदिग्ध ट्वीट्स को हटा दिया गया। सुरक्षा एजेंसियां और साइबर विशेषज्ञ अब इस घटना की जांच कर रहे हैं।
इससे पहले 23 नवंबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली के सर्वरों को हैक किया गया था। हैकर्स ने क्रिप्टोकरंसी में कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये की मांग की है, हालांकि दिल्ली पुलिस ने मांग की गई किसी भी फिरौती से इनकार किया है।
जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था और इंडिया कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि घटना की जांच कर रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि सेंध लगने से करीब 3-4 करोड़ मरीजों के डेटा से समझौता किया जा सकता था।