मैरी कॉम ने कहा, अजय सिंह को बने रहना चाहिए बॉक्सिंग फेडरेशन का अध्यक्ष

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: अजय सिंह भारतीय मुक्केबाजी फेडरेशन (बीएफआई) के अध्यक्ष बने रहेंगे या मुम्बई के आशीष शेलार उन्हें अपदस्त करने में सफल होंगे? फैसला चंद घण्टों में होना है। बुधवार 3 फरवरी को गुड़गांव में होने वाले बीएफआई चुनाव में कौन बाजी मारता है, समय बताएगा। फिलहाल दोनों धड़ों ने जबर्दश्त मोरचेबंदी कर रखी है। सूत्रों की माने तो अजय सिंह और शेलार में कांटे की टक्कर होने जा रही है। ऊंट किस करवत बैठेगा कहना मुश्किल है।

शेलार के पक्ष में बड़ी बात यह जाती है कि फेडरेशन के सचिव जय कोहली उनका साथ दे रहे हैं और दावा करते हैं कि अधिकांश सदस्य इकाइयां उनके साथ खड़ी हैं। शेलार का आरोप है कि अजय सिंह तानाशाह हैं और किसी की नहीं सुनते। वह राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों को गंभीरता से नहीं लेते जिस कारण से कई प्रतिभावान खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रहे।

बीएफआई चुनाव से कुछ घंटे पहले एक खास बात यह हुई है कि छह बार के विश्व चैंपियन और ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम ने खुल कर अध्यक्ष अजय सिंह का पक्ष लिया है। मैरीकॉम का बयान सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें उन्होंने अजय सिंह को अब तक का सबसे बढ़िया और मुक्केबाजों का हितैषी अध्यक्ष बताया है।

उन्होंने कहा कि आज भारतीय मुक्केबाजी जहां खड़ी है, उसमें अजय सिंह का बड़ा हाथ है और उन्हें फिर से मौका दिया जाना चाहिए। उनके इस बयान पर अलग अलग प्रतिक्रिया हो रही है। कुछ सदस्यों और मुक्केबाजों ने उनके वक्तव्य को एकतरफा और गैर जरूरी बताया और कहा कि मैरीकॉम एक चैंपियन होने के साथ साथ राज्यसभा सांसद भी हैं।

जब तक वह रिंग में खड़ी हैं उन्हें इस प्रकार के विवादास्पद और एकतरफा बयान नहीं देने चाहिए और अपनी गरिमा को बनाए रखना चाहिए। कुछ ने इसे चाटुकारिता बताया है।

हालांकि कुछ दिन पहले महाराष्ट्र सदन में शेलार ने मैरीकॉम को जमकर सराहा था और कहा था कि वह एक अव्वल दर्जे की एथलीट है और बढ़ती उम्र के बावजूद पूरी तरह फिट है और आगे भी देश के लिए बड़े सम्मान अर्जित करती रहेगी। जहां एक ओर शेलार ने मैरीकॉम की जमकर तारीफ की तो दूसरीतरफ चैंपियन मुक्केबाज का कहना है कि लोग अक्सर राजनीतिक लाभ कमाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करते हैं।

मैरीकॉम के अनुसार अजय सिंह के पद भार संभालने के बाद से मुक्केबाजों को सभी प्रकार की सुविधाएँ मिल रही हैं । उन्हें अधिक अन्तरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त हो रहा है। यही कारण है कि हर भार वर्ग में तीन से चार मुक्केबाज अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।

मैरीकॉम की योग्यता जगजाहिर है। वह देश की श्रेष्ठतम महिला मुक्केबाज हैं। लेकिन कुछ महिला मुक्केबाज उन्हें अवसरवादी बताती हैं और कहती हैं कि वह पाला बदलने में देर नहीं लगातीं। यदि अजय सिंह हारे तो वह पलटी खा सकती हैं। उन पर कई युवा लड़कियों का करियर खराब करने के आरोप भी लगाए जाते हैं, जिनमें निकहत एक है।

 

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