NEET विवाद: जबरन इनरवियर उतारने वाली लड़कियों को दोबारा परीक्षा देने की मिली इजाजत
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने कहा कि वह उन छात्राओं के लिए नीट परीक्षा दोबारा आयोजित करेगी, जिन्हें मेडिकल प्रवेश परीक्षा देने से पहले तलाशी के दौरान कथित तौर पर अंडरवियर उतारने के लिए कहा गया था।
लड़कियों को 4 सितंबर को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा। एनटीए ने छात्रों को इसकी पुष्टि करते हुए एक ईमेल भेजा है।
केरल के कोल्लम जिले में राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले युवा लड़कियों को अपने इनरवियर को हटाने के लिए कहने के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। जुलाई में, एक व्यक्ति ने कोट्टारकरा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि उसकी बेटी सहित नीट की महिला उम्मीदवारों को चथमंगलम में परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले अपनी ब्रा उतारने के लिए कहा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्रों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले अपने इनरवियर को उतारने के लिए मजबूर किया गया था। लड़कियों को जांच के दौरान इनरवियर भी उतारने के लिए कहा गया था। जांचकर्मियों ने कहा था कि उन्हें शक है की लड़कियां अपने इनर वियर में चिट-पुर्जे छुपा सकती हैं। लड़कियों के इनर वियर में लगे हुक के कारण जांचकर्मियों को शक हो रहा था।
इसके बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल) और 509 (शब्द, इशारा या कार्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। कथित घटना पर आक्रोश और व्यापक विरोध के बाद, मानवाधिकार आयोग ने कोल्लम ग्रामीण एसपी को मामले की जांच करने और 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी घटना में शामिल कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
एनटीए ने आरोपों की जांच करने और चार सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देने के लिए तीन सदस्यीय तथ्य-खोज समिति का भी गठन किया था।