नीतू, निखत और स्वीटी ने महिंद्रा आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में किए पदक पक्के, सेमीफाइनल में पहुंची

Neetu, Nikhat and Sweety seal medals at Mahindra IBA Women's World Boxing Championships, enter semi-finalsचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: विजय रथ पर सवार भारतीय स्टार मुक्केबाज नीतू गंघास, निखत जरीन और स्वीटी बूरा ने शानदार जीत दर्ज करते हुए यहां नई दिल्ली के इंदिरा गांधी खेल परिसर में जारी महिंद्रा आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में बुधवार को जगह बना ली और इस टूर्नामेंट में भारत के लिए कम से कम तीन पदक पक्का कर दिए।

साल 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन नीतू (48 किग्रा) दो बार की विश्व कांस्य पदक विजेता जापान की मडोका वाडा के खिलाफ मुकाबले में उतरीं। उन्होंने दूसरे राउंड में आरएससी (रेफरी के द्वारा मुकाबला रोके जाना) के आधार पर जापान की माडोका वाडा को हराया। शुरुआत से ही आक्रमण रुख अपनाने वाली 22 वर्षीय मुक्केबाज को अनुभवी जापान की मुक्केबाज के खिलाफ ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा और बाउट पर उनका पूरा नियंत्रण था। इस तरह उन्होंने अपने और भारत के लिए कम से कम एक कांस्य पदक पक्का किया।

नीतू ने मुकाबले के बाद कहा, ” मैं अब तक रिंग में अपने अभ्यास का शत प्रतिशत उपयोग करने में सक्षम रही हूं और अगले दौर में पहुंचने पर मुझे अच्छा लग रहा है कि मैंने आरएससी द्वारा अपने तीनों मुकाबले जीते हैं। वह (माडोका) मेरी तरह ही आक्रामक है और टूर्नामेंट में मैं पहली बार उनका सामना कर रही थी। मुझे पूरा ध्यान देना था और आक्रमण करना था। मैं पहले दौर से ही काउंटर पर थी। लेकिन मुझे लगता है कि मुझे थोड़ा और आक्रमण करना चाहिए था और मैं अपनी अगली बाउट में ऐसा करने की कोशिश करूंगी। (पिछले संस्करण के क्वार्टर में हार के बाद) मुझे लगा कि चूंकि इस साल भारत में टूर्नामेंट हो रहा है, घरेलू समर्थन के साथ हमें लगातार समर्थन मिल रहा है। मैं इस बार पदक को अपने हाथ से नहीं जाने दूंगी। ”

सेमीफाइनल में अब नीतू का सामना मौजूदा एशियाई चैंपियन और पिछले साल की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा से होगा। दोनों मुक्केबाज इससे पहले पिछले साल की विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में एक-दूसरे के खिलाफ रिंग में उतर चुकी हैं।

नीतू की जीत के बाद, निखत (50 किग्रा) ने अपने खिताब बचाओ अभियान को सफलतापूर्वक जारी रखते हुए दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता थाईलैंड की चुथमत रक्सत के खिलाफ बाउट रिव्यू के बाद कड़े मुकाबले में 5-2 से जीत दर्ज की। दोनों मुक्केबाज अपने खेल में शीर्ष पर थीं और इस बाउट में जीत हासिल करने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया। हालांकि 26 वर्षीय भारतीय निखत ने अपने थाई प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ने और जीत के साथ शीर्ष पर आने के लिए अपनी बेहतर तकनीकी क्षमता का उपयोग किया।

निखत ने मैच के बाद कहा, “हां, आज का मुकाबला मुश्किल था लेकिन मैं विभाजित निर्णय से जीती इसलिए मैं वास्तव में खुश हूं कि मैंने अपने देश के लिए पदक हासिल किया और आगे चलकर मैं स्वर्ण पदक भी जीतूंगी। मेरी रणनीति आज पहले दो राउंड में जीतने की थी मैंने दोनों राउंड जीते लेकिन प्रत्येक में 3:2 से, इसलिए अंतिम राउंड में मैंने एक लंबी रेंज से खेलने का लक्ष्य रखा। हालांकि बहुत अधिक जकड़न थी इसलिए मेरा शरीर थोड़ा थक गया। अब तक मैंने जितनी भी बाउट की हैं वे कठिन थीं, लेकिन मेरे लिए आगे बढ़ते रहना और उन्हें हराना एक अच्छा अनुभव रहा है। इसलिए उम्मीद है कि मैं इसी तरह आगे बढ़ती रहूंगी और अपने देश के लिए लड़ूंगी।”

निखत अब सेमीफाइनल मुकाबले में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से भिड़ेंगी।

निखत के विपरीत, तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) ने 2018 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बेलारूस की विक्टोरिया केबीकावा के खिलाफ 5-0 से शानदार जीत दर्ज की। टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में, हरियाणा की इस अनुभवी मुक्केबाज ने पूरे बाउट में बेहद आत्मविश्वास दिखाया और सटीक मुक्के मारे। वह अपने अगले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की एम्मा-सू ग्रीनट्री से भिड़ेंगी।

स्वीटी ने बाउट के बाद कहा, “ बेलारूस (विक्टोरिया) की मुक्केबाज विश्व पदक के साथ एक बहुत अच्छी मुक्केबाज है और अपरकट सहित हमारी दोनों ताकतें समान हैं। मुझे पता था कि मुझे बहुत अंत तक लड़ना होगा। मैं आखिरी राउंड तक थोड़ा थक गई थी, लेकिन मैं अपने कोच के साथ जा रही थी जो रिंग साइड से लगातार प्रेरित कर रहे थे और दर्शकों में मेरे परिवार को, जिनमें से सभी को मुझसे बहुत उम्मीदें थीं। मेरी अगली बाउट निश्चित रूप से इससे बेहतर होगा क्योंकि मैं जितने मैच खेलती हूं उससे हमेशा बेहतर होती जाती हूं।”

इस बीच, दो बार की विश्व युवा चैंपियन साक्षी चौधरी (52 किग्रा) और 2022 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा) अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद क्वार्टर फाइनल में हार गईं। साक्षी को चीन की वु लू के खिलाफ 0-5 से जबकि मनीषा को फ्रांस की अमीना जिदानी के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा और वह टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।

2020 ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा (57 किग्रा) ने भी ब्राजील की जुसीलेन रोमू को 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली इटली की मुक्केबाज इस बार इससे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध दिखी और अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने इसे साबित भी कर दिया।

दिन के अन्य मुकाबलों में टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा), 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैस्मिन लम्बोरिया (60 किग्रा) और नूपुर श्योराण (+81 किग्रा) अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों के लिए रिंग में उतरेंगी।

विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 में 65 देशों की कई ओलंपिक पदक विजेताओं सहित 324 मुक्केबाज भाग ले रही हैं। ये मुक्केबाज 12 अलग-अलग भार वर्गों में अपनी चुनौती पेश कर रही हैं।

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