टिकरी बॉर्डर पर एक किसान ने लगाई फांसी, दूसरे की हार्ट अटैक से हुई मौत
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों में से एक ने आज फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है जबकि एक अन्य किसान की मौत मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गयी।
आत्महत्या करने वाले किसान की एक सुसाइड नोट भी बरामद हुई है। बताया जा रहा है कि आत्महत्या करनेवाला किसान की पहचान जींद के सिंहवाला के कर्मवीर सिंह के रूप में हुई है। उनकी उम्र 50 वर्ष बताई जा रही है। कर्मवीर के साथ प्रदर्शन में रहनेवाले किसान साथियों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान था। वह रात में निराशा भरी बातें भी कर रहा था।
कर्मवीर ने बाईपास के पास स्थित बस पड़ाव के पार एक पेड़ पर रस्सी डालकर अहले सुबह फांसी लगा ली। कर्मवीर के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि सुसाइड नोट में लिखा गया है कि, “भारतीय कियान यूनियन जिंदाबाद। प्यारे किसान भाइयों मे मोदी सरकार तारीख ने तारीख दे रही है। इसका कोई अंदाजा नहीं कि ये काले कानून कब रद्द होंगे। जबतक ये काले कानून रद्द नहीं होंगे, तबतक हम यहां से नहीं जायेंगे। धन्यवाद।”
कर्मवीर को सुबह पेड़ के सहारे फांसी पर लटका देखकर साथी किसानों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कर्मवीर के शव को पेड़ से नीचे उतारा और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले गये। सिविल अस्पताल में कर्मवीर के परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। उनके आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा और शव परिजनों को सौंप दिया जायेगा।
वहीं दिल का दौरा पड़ने से जिस दूसरे किसान की मौत हुई है। उनकी पहचान मोगा जिला के दूरकोट गांव के सुखमिंदर सिंह के रूप में हुई है। उनकी उम्र करीब 60 साल बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि इनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गयी। इनका शव भी पुलिस पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले गयी है। परिजनों को सूचना दे दी गयी है।