पेगासस स्पाईवेयर मामले में कल आदेश सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट
श्याम सुन्दर प्रसाद
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट बुधवार को उन याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाएगा, जिन्होंने कथित पेगासस स्पाइवेयर मामले में एक स्वतंत्र अदालत की निगरानी में जांच की मांग की है।
वरिष्ठ पत्रकार एन राम और शशि कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास और अधिवक्ता एमएल शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, आरएसएस के विचारक केएन गोविंदाचार्य द्वारा शीर्ष अदालत के समक्ष कई याचिकाएं दायर की गई हैं। पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता, एसएनएम आब्दी, प्रेम शंकर झा, रूपेश कुमार सिंह और इप्सा शताक्षी, जो पेगासस स्पाइवेयर के संभावित ठिकानों की सूची में बताए जा रहे हैं, ने भी एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (ईजीआई) के साथ शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। याचिका में कथित जासूसी की जांच के लिए शीर्ष अदालत के मौजूदा या सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि सैन्य-ग्रेड स्पाइवेयर का उपयोग करके किसी की निगरानी करना निजता के अधिकार का अस्वीकार्य उल्लंघन है जिसे केएस पुट्टास्वामी मामले (2017) में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुच्छेद 14, 19 और 21 के तहत मौलिक अधिकार माना गया है।
बता दें कि कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर पेगासस मुद्दों को लेकर संसद के अंदर और बाहर कई गंभीर आरोप लगाये, और इसकी जांच की मांग को लेकर कई दिनों तक संसद को ठप्प कर दिया था। अब कल का सुप्रीम कोर्ट का फैसला तय करेगा कि सरकार को इस मम्मले में आगे क्या करना है।