चौरी चौरा शताब्दी समारोह में पीएम मोदी बोले, किसानों को सशक्त बनाने की कर रहे कोशिश
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चौरी चौरा शताब्दी समारोह की शुरूआत की जिसमें उन्होंने कहा कि किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंडियां किसानों के फायदे का बाजार बनें, इसके लिए 1,000 और मंडियों को ई-नाम से जोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री का किसानों को सशक्त बनाने से सम्बंधित बयान का राजनीतिक मतलब निकलता है। दरअसल आन्दोलन कर रहे किसानों को ये सन्देश दिया गया है कि सरकार अभी भी किसानों की भलाई के लिए काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने बजट किसी पर भी कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की में किसानों ने अहम योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने मंडियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को बढ़ाया गया है। महामारी की चुनौतियों के बीच भी हमारा कृषि क्षेत्र मजबूती से आगे बढ़ा और किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन करके दिखाया। हमारा किसान अगर और सशक्त होगा, तो कृषि क्षेत्र की प्रगति और तेज होगी।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर डाक टिकट भी जारी किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को कभी चौरा चौरी की घटना नहीं भूलनी चाहिए, अमर बलिदानियों ने देश के लिए अपनी जान दी है। उन्होंने कहा कि चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह से इस महामारी से लड़ाई लड़ी है, उसकी तारीफ आज पूरी दुनिया में हो रही है। हमारे टीकाकरण अभियान से भी दुनिया के कई देश सीख रहे हैं। कई दिग्गज ये कह रहे थे कि देश ने बड़े संकट का सामना किया है इसलिए सरकार को टैक्स बढ़ाना ही पड़ेगा। लेकिन इस बजट में देशवासियों पर कोई बोझ नहीं बढ़ाया गया, बल्कि देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने ज्यादा से ज्यादा खर्च करने का फैसला लिया है।
आज भारत खुद कोरोना की वैक्सीन बना रहा है। दुनिया के बड़े बड़े देशों से भी तेज गति से टीकाकरण कर रहा है। भारत मानव जीवन की रक्षा के लिए दुनिया भर को वैक्सीन पहुंचा रहा है। तो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा को गर्व महसूस होता होगा।
कोरोना काल में भारत ने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों के नागरिकों की मदद के लिए दवाइयां भेजीं जिससे भारत का नाम रौशन हुआ है और लोगों को भारत के प्रति नजरिया बदला है।