पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हवाई पट्टी पर पीएम मोदी ने देखा एयरशो; कहा- देश की सुरक्षा उतनी ही जरूरी जितनी इसकी समृधि
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर रक्षा बुनियादी ढांचे की ‘अनदेखी’ करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि देश की सुरक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी इसकी समृद्धि।
पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्धाटन आज किया जो 22,500 करोड़ रुपये की लागत से बना है। 6 लेन का यह एक्सप्रेसवे लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ेगा।
बता दें कि इस एक्सप्रेस वे पर 3.2 किलोमीटर की एक हवाई पट्टी भी बनाई गई है ताकि आपात स्थिति में लड़ाकू विमान उतर सकें। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर उद्घाटन के बाद वायुसेना के विमानों ने एयरशो भी दिखाया। इसे देखने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर फाइटर जेट्स की इमरजेंसी लैंडिंग का प्रावधान किया गया है। पीएम मोदी ने कहा, “तीन साल पहले जब मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक दिन यहां विमान से उतरूंगा।”
एक्सप्रेस-वे पर बनी हवाई पट्टी पर प्रधानमंत्री सी-130 हरक्यूलिस विमान में उतरे। उन्होंने सुल्तानपुर जिले में एक्सप्रेस-वे पर बनी 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी पर एक एयरशो देखा।
राजमार्ग पर हवाई पट्टी आपात स्थिति के दौरान वायु सेना के जेट विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ की सुविधा के लिए है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इन विमानों की दहाड़ उन लोगों के लिए भी होगी, जिन्होंने दशकों तक देश के रक्षा ढांचे की अनदेखी की।
341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर लखनऊ के गांव चौदसराय से शुरू होता है और उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित हैदरिया गांव में समाप्त होता है। एक्सप्रेसवे की प्रमुख विशेषता आपात स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ करने के लिए 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी है।
सिक्स लेन एक्सप्रेसवे को भविष्य में आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है, विशेष रूप से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर।