तीन माह की भूखी बच्ची को दूध पहुँचाने के लिए चलती ट्रेन में चढ़ा पुलिस जवान, रेल मंत्री ने उसेन बोल्ट से की तुलना
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण में फ्रंटलाइन वारियर्स की तारीफ सभी जगह हो रही है। डॉक्टर्स और पुलिस के लिए ये समय सच में बहुत ही कष्टदायक है, जब उन्हें कई शिफ्ट में लगातार काम करना पड़ता है। इतनी दिक्कतों के वावजूद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ है, और हमें भी समय समय पर उनका हौसला बढ़ाते रहना भी चाहिए। एक ऐसी ही घटना से सब का दिल जीत लिया है भोपाल के रेलवे स्टेशन तैनात सिपाही इंदर यादव ने। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए चलती ट्रेन में दो दिन से भूखी तीन महीने की बच्ची के लिए दूध लाकर एक मिसाल कायम की है।
दरअसल मामला ये है कि भोपाल रेलवे स्टेशन पर जवान इंदर यादव ने कर्नाटक से गोरखपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक मां की मदद करके पेश की है। ट्रेन में तीन महीने की बच्ची भूखी थी, उस बच्ची ने दो दिनों से दूध नहीं पिया था और उसकी माँ ने सिपाही इंदर यादव से मदद मांगी। लेकिन इंदर के आने से पहले ही ट्रेन प्लेटफॉर्म से चल दी।
जब तक इंदर दूध लेकर स्टेशन पर आते तब तक ट्रेन खुल चुकी थी। इंदर एक हाथ में राइफल संभाले और दूसरे हाथ में दूध का पैकेट लेकर तेजी से दौड़ कर ट्रेन पकड़ी और बच्ची के पास तक दूध पहुंचाया। ये पूरा वाक्या रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया।
रेलवे ने इस घटना की वीडियो जारी करते हुए बताया है कि भारतीय रेलवे यात्रियों की जरूरत को पूरा करने के लिए रेलवे का हर एक कर्मचारी सदैव तत्पर रहता है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी शेयर जा रहा है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी भारतीय रेलवे की सेवाओं पर ये वीडियो ट्वीट करते हुए आरपीएफ के उस सिपाही की तुलना उसेन बोल्ट से की।
रेल मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “एक हाथ में राइफल और एक हाथ में दूध। देखिए किस तरह भारतीय रेलवे ने उसेन बोल्ट को पछाड़ा।” रेल मंत्री ने बाद में पुलिसकर्मी को नकद इनाम देने की भी घोषणा की है।