अकाली दल में बगावत, कई वरिष्ठ नेताओं ने सुखबीर सिंह बादल को हटाने की मांग की

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जागीर कौर, परमिंदर सिंह ढींडसा और सरवन सिंह फिल्लौर ने मंगलवार को जालंधर में अकाली दल बचाओ लहर की शुरुआत कर पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया।
पार्टी के भविष्य पर चर्चा के लिए पांच घंटे की बैठक के बाद नेताओं ने सुखबीर से अकाली प्रमुख पद से इस्तीफा देने की मांग की। चंदूमाजरा ने कहा, “मजबूत राजनीतिक और धार्मिक समझ रखने वाले व्यक्ति को पार्टी की कमान सौंपी जानी चाहिए।”
चंडीगढ़ में सुखबीर द्वारा बुलाई गई हलका प्रभारियों की बैठक में नेता शामिल नहीं हुए।
सुखबीर ने जालंधर में पार्टी नेताओं की बैठक को शिरोमणि अकाली दल की पंथिक ताकत को कमजोर करने का एक और प्रयास करार दिया।
जालंधर पश्चिम विधानसभा उपचुनाव 10 जुलाई को होना है और गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल, बरनाला और डेरा बाबा नानक की चार और सीटों पर आने वाले महीनों में चुनाव होने हैं।
1 जून को हुए लोकसभा चुनाव में पंजाब की 13 सीटों में से शिअद सिर्फ़ एक सीट – बठिंडा – जीत पाई, जिसे सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत ने बरकरार रखा।
इसके उम्मीदवारों ने 10 सीटों पर जमानत जब्त कर ली, क्योंकि पार्टी को 2019 में 27.45% के मुकाबले सिर्फ़ 13.42% वोट मिले।
शिअद की पूर्व सहयोगी भाजपा को 2019 में 9.63% से बढ़कर 18.52% वोट मिले। लोकसभा के नतीजों के बाद से शिअद को न सिर्फ़ अमृतपाल मुद्दे पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि पार्टी के भीतर सुधारों की माँग भी उठ रही है।