रूस और इंग्लैंड ने तैयार किया करोना से लड़ने के लिए वैक्सीन, जल्दी पहुंचेगा आम लोगों तक
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस जानलेवा वायरस से हजारों लोग दम तोड़ चुके हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर जारी है। कुछ समय पहले यह वायरल हुआ था कि शराब पीने से कोरोना का संक्रमण नहीं होगा, जबकि यह झूठ है। कुछ ऐसा ही आज कल ईरान में वायरल हो रहा है। यहां एक फेक न्यूज वायरल हुई थी, जिसके मुताबिक मेथेनॉल पीकर कोरोना वायरस को दूर भगाया जा सकता है। लोगों ने भी इस झूठ को सच मान लिया और बड़ी संख्या में लोग मेथेनॉल पीने लगे, जिसका नतीजा ये हुआ कि इसे पीने से 300 लोगों की मौत हो गई, जबकि 1000 से ज्यादा लोग बीमार हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
सभी देश कोरोना वायरस की काट के लिए रिसर्च कर रहे हैं और अब इसे मात देने के लिए पूरी दुनिया के साइंटिस्ट एकजुट हो गए हैं। इस बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही है।कोरोना वायरस को मारने के लिए इंग्लैंड और रूस ने भी टीका तैयार कर लिया है। सबसे अच्छी बात ये है कि दोनो की टीकों के नतीजे काफी आशाजनक हैं।
ऑक्सफोर्ड और रूस में हो रहे क्लीनिकल ट्रायल
इंग्लैंड के ऑक्सफोर्सड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वायरस का टीका तैयार कर लिया है। यहां 18-55 साल तक के लोगों में इस टीके के ट्रायल शुरू हो चुके हैं। ChAdOx nCoV-19 नाम की दवा को इंग्लैंड की दवा प्राधिकरण ने मंजूरी दी है। इसी तरह रूस में भी साइंटिस्टों ने इस जानलेवा वायरस की काट निकाल ली है। रूस की वेक्टर स्टेट विरोलॉजी एंड बायोटेक सेंटर ने एक टीका तैयार किया है। इसके ट्रायल जानवरों पर जारी है। इसके भी जल्द लॉन्च होने की उम्मीद है।
कब तक पहुंच पाएगा आम नागरिक तक ये टीका
ड्यूक युनिवर्सिटी के प्रमुख जोनाथन क्विक का कहना है कि एक बार टीकों को सरकारी मंजूरी मिलने के बाद भी इसके रिएक्शन को ध्यान में रखना जरूरी होता है। हालांकि दुनिया के कई देशों में टीके तैयार करने का काम जारी है।लेकिन सभी सुरक्षा मानदंड़ों पर खरे उतरने के बाद ही आम लोगों को ये टीके उपलब्ध हो सकते हैं। साथ ही इसकी कीमत भी एक अहम रोल अदा करती है। काफी महंगे होने पर इसे आम लोगों तक पहुंचा पाना एक चुनौती ही है।