क्रिकेट जगत के महानायक सचिन ने मनाया 47वाँ जन्मदिन
शिवानी राजवारिया
नई दिल्ली: क्रिकेट के महानायक सचिन तेंदुलकर के फैंस के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है जब वो अपने जीवन के 47 वर्ष पूरे कर रहे हैं।
उनके शुरुआती दिनों के मैच में मुंबई और गुजरात के बीच रणजी ट्रॉफी का मुकाबला एक यादगार मैच रहा। एक साधारण मैच को खास बनाने में सचिन तेंदुलकर का का ही हाथ था। मात्र 15 साल का यह लड़का पहली बार प्रथम श्रेणी मैच खेलने जा रहा था। वह भी मुंबई जैसी टीम के साथ जो अपनी ही एक परंपरा के साथ जानी जाती थी। सुनील गावस्कर जोकि मुंबई टीम के मसीहा थे, वह भी इस मैच को बड़ी उत्सुकता के साथ देखने के लिए बैठे थे। किसी ने नहीं सोचा था कि छोटे से कद का, घुंघराले बालों वाला गोर रंग का यह लड़का इतिहास रच देगा और एक दिन क्रिकेट जगत में “क्रिकेट का भगवान” कहलायेगा। सचिन की इस कामयाबी के पीछे उनके पिता की प्रेरणा थी। उनके गुरु रमाकांत आचरेकर थे तो निश्चित तौर पर अजीत राह दिखाने वाला बड़ा भाई। और साथ था सचिन की प्रतिभा, मेहनत और महत्वाकांक्षा। किस ने सोचा था कि अपने पहले रणजी मैच के अगले ही साल वह पाकिस्तान के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू कर रहे होंगे।
2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 98 रन की पारी जिसे सचिन ने भी अपने सर्वश्रेष्ठ पारियों में एक बताया है, ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। उसी वर्ल्ड कप में सचिन ने गंभीर रूप से दस्त (डायरिया) से पीड़ित होने के बावजूद श्रीलंका के खिलाफ इस मैच को खेला था अपने स्वास्थ्य की फिक्र किए बिना वह मजबूती से मैदान में डटे रहे थे।