चकाई में बीडीओ ने तानी दारोगा पर पिस्तौल
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: लॉकडाउन में तैनात कोरोना वॉरियर्स पर मानो एक के बाद एक हमले सिलसिला थम ही नहीं रहा है और एक मामले की सुनवाई अभी शुरू नहीं होती है तब तक दूसरा मामला आ जाता है. दरअसल कुछ दिन पहले ही बिहार के अररिया में हुई सिपाही के साथ उठक बैठक के मामले पर अधिकारी को बर्खास्त किया ही गया है तब तक गुरुवार को एक और अधिकारी के रूआब की करतूत सामने आ गई है।
दरअसल, लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर एक बार फिर ड्यूटी पर तैनात दरोगा के साथ बदतमीजी का मामला सामने आया है। गुरूवार को चकाई के बीडीओ की लाल रंग की गाडी बीच सड़क पर आकर रुक गई, इस पर कचहरी रोड पर तैनात दरोगा विन्ध्याचल सिंह
गाड़ी के पास पहुंचे और गाड़ी को सड़क किनारे लगाने के लिए कहा। साथ ही, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए भी कहा। यह बात गाड़ी में सवार बीडीओ सुनील कुमार चांद को नागवार लगी। वह ड्राइविंग सीट से उतरे और पिस्टल निकालकर दारोगा को देख लेने की धमकी दी।
जानकारी के अनुसार लाल रंग की महिंद्रा एक्सयूवी गाड़ी से चकाई के बीडीओ सुनील कुमार चांद जब कचहरी चौक पहुंचे तो वहां तैनात दारोगा ने उनका वाहन रोक दिया। गाड़ी पर पांच लोग बैठे थे जो लॉकडाउन के नियमों के खिलाफ था, हालाकि लॉक डाउन में नियमों का सख्ती से पालन करना अनिवार्य है इसीलिए दरोगा साहब ने गाड़ी सड़क किनारे पर लगवा ली और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की ताकीद की। बीडीओ साहब का दिमाग खनका और ड्राइविंग सीट से उतर कर दरोगा जी के सर पर पिस्तौल तान दी साथ ही धमकी देने से भी नहीं चूके।
संज्ञान लेते हुए पूरे प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया है । बीडीओ ने दारोगा पर जानबूझकर बात बढ़ाने का आरोप लगाया। वहीं दारोगा ने कहा कि वह तो बस अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। बीडीओ की प्राइवेट गाड़ी को रोका गया क्योंकि उसमें पांच लोग सवार थे। यह लॉकडाउन के नियमों के खिलाफ है। एसडीपीओ ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए वहां लगे आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और कहा जांच पूरी हो जाने के बाद तुरंत कार्यवाही की जाएगी।